लखनऊ, 23 नवंबर। उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा में सीएम योगी की अभ्युदय योजना से जुड़े बच्चों ने अपना परचम लहराया है। योजना से जुड़े 173 छात्र-छात्राओं ने लिखित परीक्षा में सफलता हासिल की है। सीएम योगी द्वारा प्रदेश के गरीब छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग की सुविधा प्रदान करन के लिए राज्य के 75 जिले में 156 कोचिंग सेटर संचालित कर रही है।
सीएम योगी की अभ्युदय योजना गरीब और वंचित परिवारों के बच्चों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ते हुए उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। अपने शुरूआत से ही यह योजना प्रतियोगी परीक्षा के अभ्यर्थियों के बीच तेजी से लोकप्रियता हासिल की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यह दूरदर्शी पहल राज्य के वंचित और गरीब वर्ग के छात्र-छात्राओं को एक नई दिशा देने का काम कर रही है।
48 छात्राओं ने पुलिस भर्ती परीक्षा में मारी बाजी
प्रदेश के समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित अभ्युदय योजना सचिवालय से मिली जानकारी के अनुसार, योजना से जुड़े प्रदेश भर से कुल 173 अभ्यर्थियों में 125 छात्रों ने सफलता हासिल की है वहीं 48 छात्राएं बाजी मारी हैं। जानकारी के अनुसार, इस योजना के माध्यम से छात्रों को नि:शुल्क कोचिंग, उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा, और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
लखनऊ, बलिया, देवरिया, अम्बेडकरनगर, सुल्तानपुर सेंटर से सबसे ज्यादा अभ्यर्थी हुए पास
प्रदेश के सभी 75 जिले में संचालित कुल 156 कोचिंग सेंटरों में लखनऊ, बलिया, देवरिया, अम्बेडकरनगर व सुल्तानपुर के अभ्यर्थियों ने सबसे अधिक सफलता हासिल की है। लखनऊ सेंटर से जहां 35 अभ्यर्थियों ने बाजी मारी वहीं बलिया से 17 अभ्यर्थियों ने पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा उत्तीर्ण की है। इसके अलावा देवरिया से 11, अम्बेडकरनगर से 10, सुलतानपुर से 07 और बलरामपुर से 07 अभ्यर्थियों ने सफलता हासिल की है।
बता दें कि यूपी पुलिस कांस्टेबल के कुल 60 हजार 244 पदों पर भर्तियां होनी है। इसमें कुल 48 लाख से अधिक आवेदन आए थे, जिसमें से 34 लाख 60 हजार उम्मीदवारों ने परीक्षा दी थी। परीक्षा में एक लाख 74 हजार 316 उम्मीदवारों को पास घोषित किया गया है।
सभी कोचिंग सेंटरों में अनुभवी प्रशिक्षकों द्वारा दिया जा रहा प्रशिक्षण
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अंतर्गत, छात्रों को यूपीएससी-आईएएस,आईपीएस, राज्य सिविल सेवा – पीसीएस, आईआईटी-जेईई, नीट, और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए उच्च गुणवत्ता वाली नि:शुल्क कोचिंग उपलब्ध कराई जाती है। इस पहल का एक मुख्य लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि राज्य का कोई भी प्रतिभाशाली छात्र आर्थिक बाधाओं के कारण अपने सपनों को छोड़ने पर मजबूर न हो। मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत छात्रों को उनके स्वयं के जिले में ही कोचिंग की सुविधा दी जाती है, जिससे उन्हें अपने घर से दूर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ती। यह सुविधा विशेष रूप से उन छात्रों के लिए महत्वपूर्ण है जो ग्रामीण या सुदूर क्षेत्रों में रहते हैं और जिनके लिए बड़े शहरों में जाकर महंगी कोचिंग लेना संभव नहीं होता। सभी कोचिंग सेंटरों में अनुभवी प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है, इसमें प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण देते हैं।