नसीम सोलंकी ने बताया कि वह दरगाह और अपने ससुर के कब्रिस्तान गई थीं। वहां उन्होंने दुआ मांगी हैं। उन्होंने अपनी जीत का दावा किया और कहा कि सबकी कोशिश और दुआओं का असर होगा।
ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में हाईप्राइल सीट सीसामऊ विधानसभा पर टक्कर बहुत कांटे की है। मतगणना के रुझानों में कभी सपा तो कभी भाजपा आगे पीछे हो रही है। हालांकि अभी यह सिर्फ शुरुआती रुझान आ रहे हैं। इस सीट की तस्वीर दोपहर तक साफ हो जाएगी।
उत्तर प्रदेश उपचुनाव में पर मतदान के दौरान नौ सीटों में से इसी सीट पर जमकर हंगामा हुआ था। भाजपा और सपा के लिए यह सीट काफी महत्वपूर्ण बनी हुई है। सपा से पूर्व विधायक इरफान सोलंकी को पिछले दिनों सजा होने के कारण यह सीट रिक्त हो गई थी। सपा ने यहां से उनकी पत्नी नसीम सोलंकी को उतारा है। जबकि भाजपा ने यहां से सुरेश अवस्थी पर दांव खेला है।
उल्लेखनीय है कि कानपुर की सीसामऊ विधानसभा सीट से नवंबर की शुरुआत में ही नसीम सोलंकी के खिलाफ फतवा भी जारी किया गया था। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने फतवा जारी किया है। मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने फतवा जारी करते हुए कहा कि नसीम सोलंकी शरीयत के मुजरिम हैं। उन्हें तौबा करना चाहिए और दोबारा कलमा पढ़ना चाहिए क्योंकि इस्लाम में मूर्ति पूजा वर्जित है।
दरअसल, नसीम सोलंकी ने दीपावली के दिन शिव मंदिर में पूजा अर्चना की थी। इसके बाद उन्होंने दीप भी जलाए थे। शिव मंदिर में जलाभिषेक और दीप दान का वीडियो वायरल होने के बाद उन पर सवाल उठाए गए।