इंसान चाहे किसी भी पद और औहदे पर पहुंच जाए, लेकिन उसे अपनी पैतृक चीजों से बेहद लगाव होता है. भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना भी कुछ ऐसे ही हैं जो अपने अमृतसर में अपने पैतृक घर की तलाश कर रहे हैं.
न्यायमूर्ति संजीव खन्ना ने कल यानी सोमवार को भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य प्रमुख शख्सियतों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं. इस बीच खबर आई है कि सीजेपी खन्ना अमृतसर में अपने “लापता” पैतृक घर की तलाश कर रहे हैं, जिसे उनके दादा सरव दयाल ने बनवाया था.
अमृतसर के इस इलाके में था सीजेआई पैतृक घर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीजेआई संजीव खन्ना जब भी अमृतसर जाते हैं तो कटरा शेर सिंह में रुकते हैं, क्योंकि वह अपने दादा द्वारा बनाए गए घर को खोजने की कोशिश करते हैं. हालांकि इस इलाके में अब कई तरह के बदलाव हो चुके हैं. बावजूद इसके सीजेआई खन्ना को अपने दादा द्वारा बनाए घर की तलाश है. जानकारी के मुताबिक, सीजेआई खन्ना के दादा जी सरव दयाल एक प्रसिद्ध वकील थे, जो 1919 की जलियांवाला बाग घटना के लिए गठित कांग्रेस समिति का भी हिस्सा थे.
सीजेआई के दादा ने खरीदे थे दो घर
बताया जाता है कि सरव दयाल ने उन दिनों दो घर खरीदे थे. जिसमें एक घर हिमाचल प्रदेश के डलहौजी में और दूसरा कटरा शेर सिंह में जलियांवाला बाग के पास खरीदा था. यही वह घर है जिसे जस्टिस खन्ना ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं. कथित तौर पर 1947 में आज़ादी के दौरान अमृतसर स्थित घर को जला दिया गया था, हालांकि, बाद में उनके दादा ने इस घर की मरम्मत कराकर ठीक करा दिया था.
5 साल की उम्र में जस्टिस खन्ना अपने पिता के साथ इस घर में आये थे, जिस पर एक साइनबोर्ड लगा था जिस पर लिखा था- ‘बाउजी’, जिसका मतलब दादा होता है. यह वही संकेत है जो डलहौजी में उनके घर पर मौजूद है. हालांकि, ऐसा माना जाता है कि कटरा शेर सिंह का घर 1970 में सरव दयाल के निधन के बाद बेच दिया गया था.
CJI ने पहले दिन की 45 मामलों की सुनवाई
भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) के रूप में अपने पहले दिन, न्यायमूर्ति संजीव खन्ना ने 45 मामलों की सुनवाई की. इसके साथ ही उन्होंने शुभकामनाएं देने के लिए वकीलों और बार नेताओं को धन्यवाद दिया. बता दें कि राष्ट्रपति भवन में एक संक्षिप्त समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा शपथ लेने के बाद सीजेआई खन्ना ने दोपहर के आसपास पवित्र सीजेआई के अदालत कक्ष में प्रवेश किया. उन्होंने सीजेआई के रूप में अपने पहले दिन 45 मामलों की सुनवाई की. पूर्व अटॉर्नी जनरल और वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी सहित बार नेताओं, वकीलों ने उनका जोरदार स्वागत किया.
मई में रिटायर होंगे सीजेआई खन्ना
14 मई, 1960 को जन्मे सीजेआई खन्ना छह महीने से कुछ अधिक समय तक इस पद पर रहेंगे और 13 मई, 2025 को 65 वर्ष की आयु पूरी होने पर पद छोड़ देंगे. सीजेआई खन्ना ने न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ का स्थान लिया. जो रविवार (10 नवंबर) को रिटायर हो गए.