घटना की सूचना मिलने पर आनन-फानन में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार, पुलिस उपाधीक्षक अमित कुमार सिंह समेत कई पुलिस अधिकारी और फोरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंचे।
पुलिस को सराफा व्यापारी मुकेश वर्मा पर चारों को जहर देने का शक है। घटना के बाद मुकेश रेलवे स्टेशन पर आत्महत्या करने पहुंचा था, जहां पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
मृतकों में मुकेश वर्मा की पत्नी रेखा (45), बड़ी बेटी भव्या वर्मा (18), छोटी बेटी काव्या (16), बेटा अभीष्ट (11) शामिल है।
पुलिस ने सर्राफा कारीगर मुकेश वर्मा की ओर से लिखा हुआ एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है। जिसको लेकर के पुलिस अवलोकन करने में जुटी हुई है।
स्थानीय लोगों की मानें तो मुकेश वर्मा का घर सुबह 9 के आसपास से बंद था। इसकी वजह से पुलिस अनुमान लगा रही है कि हत्या की वारदात सोमवार दिन की है। इसके बाद देर शाम जब मुकेश वर्मा इटावा रेलवे स्टेशन पर आत्महत्या करने के लिए पहुंचा तो इस सामूहिक हत्याकांड की पुष्टि हुई।
इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने दरमियानी रात बताया कि सर्राफा व्यवसाय से जुड़े मुकेश वर्मा ने अपनी पत्नी और अपने तीन बच्चों की जहरीला पदार्थ खिलाकर हत्या की। क्योंकि घटनास्थल से खून का कोई निशान बरामद नहीं हुआ है। फॉरेंसिक टीम पूरे मसले को लेकर जनता से जांच करने में जुटी हुई है। पुलिस के अधिकारी भी घटना के बाबत अन्य लोगों से जानकारियां हासिल कर रहे हैं।
आरोपी मुकेश वर्मा ने पूछताछ में यह जानकारी दी कि हम सभी सामूहिक आत्महत्या करना चाहते थे। परिवार ने आत्महत्या कर ली और मैं ट्रेन से सुसाइड करने जा रहा था।
घटना की पुष्टि करते हुए इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि मुकेश वर्मा जो सराफा का काम करते हैं, यह उनकी दूसरी शादी थी। उनकी पहली पत्नी की मृत्यु 2005 हो गई थी। यह उनकी दूसरी पत्नी हैं। इस घटना में चार लोगों की मृत्यु हुई है। मृतको में उनकी पत्नी समेत तीन बच्चे शामिल हैं, जिसमें दो लड़कियां हैं और एक लड़का है। चार लोगों की मृत्यु हुई है। प्रथम दृश्टता यह हत्या की घटना लग रही है।
उन्होंने आगे बताया कि मुकेश वर्मा को स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया गया है। वह आत्महत्या करने पहुंचा था। वह ट्रेन के नीचे लेट गया था। ट्रेन गुजर गई, उन्हें खरोंच भी आई हैं। ट्रेन रुकने पर आरपीएफ के लोगों ने उसे निकाल लिया। प्रथम दृष्टया घरेलू विवाद के बाद पत्नी और बच्चों की हत्या की बात उसने बताई है। इसी क्रम में उसने परिवार को नींद की गोलियां आदि कुछ दिया है। कई चीजें बरामद भी हुई हैं। पूछताछ में उसने यह भी बताया कि पारिवारिक विवाद में हम इतना परेशान हो गए थे कि हमने पत्नी-बच्चों सहित इसका निर्णय मिल कर लिया था। फॉरेंसिक टीम ने घटना के कुछ वैज्ञानिक साक्ष्य भी जुटाए हैं। मृतकों की गर्दन से कुछ निशान भी मिले हैं। खून की एक बूंद भी कहीं नहीं है। प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि आपसी सहमति से इन्होंने अपनी मृत्यु को खुद चुना है।
मृतक के परिजन अखिलेश वर्मा ने बताया, यह हमारे बड़े भाई हैं, उनका पूरा परिवार है, एक पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा। बड़ी बेटी करीब 18 साल की है, छोटी बेटी 16 साल की है, और बेटा 14 साल के आसपास है। हम सभी अपने-अपने कामों में व्यस्त थे। दिन में अचानक फोन आया और पता चला कि बच्चों ने सोशल मीडिया पर एक स्टेटस देखा था। जिसमें लिखा था, यह सब खत्म, जिसके बाद हमें समझ में आया कि कुछ गलत हुआ है।
उन्होंने आगे कहा कि हम घर पहुंचे तो वहां पहले ही काफी भीड़ इकट्ठा हो चुकी थी। मोहल्ले के लोग भी मौके पर पहुंच गए थे। हमने बिटिया के नंबर से इस घटना का पता किया, लेकिन पहले हमें कुछ समझ में नहीं आया। घर में सब सामान्य था, ना कोई बाहर गया था, ना कोई किसी से मिल रहा था। जब हमने बिटिया का नंबर चेक किया, तो हमें पता चला कि उसे कुछ हुआ है और वह मृत पाई गई। सुबह में घर के बाहर कुछ काले निशान पड़े थे, और तब हमें समझ में आया कि कुछ गंभीर घटना घटित हो चुकी है। हम तुरंत स्टेशन गए, और वहीं से खबर मिली कि मुकेश वर्मा को पुलिस ने पकड़ लिया है। जब हम वहां पहुंचे, तो पूरे मोहल्ले में हलचल थी और लोग भी इकट्ठा थे। अभी भी हमें पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है, लेकिन जो कुछ सुना है, उससे यही लगता है कि यह एक बहुत दुखद घटना है। हम अभी भी जांच का इंतजार कर रहे हैं।”
मृतक महिला के भाई सतेंद्र सोनी ने बताया, यह घटना हमें समझ में नहीं आ रही थी, हम कभी भी नहीं सोच सकते थे कि ऐसा कुछ होगा। जब तक मुकेश पकड़े नहीं जाते, तब तक हमें कुछ भी समझ में नहीं आया। अब जब पकड़े गए हैं, तब खुलासा हुआ है कि क्या हुआ है। मेरी बहन की हत्या हुई है। अब इस बारे में क्या कहा जा सकता है? यह तो मुकेश ही बता सकते हैं कि क्या हुआ। जो कुछ भी हुआ, वह उन्हीं से पता चलेगा। मुकेश को ही गिरफ्तार किया गया है।”