शनिवार सुबह इजरायल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने एक बयान में कहा कि उसने ईरान के कई इलाकों में सटीक और निशाने पर हवाई हमले किए, जिनमें मिसाइल निर्माण संयंत्र, सतह से हवा में मार करने वाले मिसाइल सिस्टम और अन्य सैन्य ठिकाने शामिल हैं।
सिन्हुआ न्यूज एजेंसी के अनुसार, ये बयान आईडीएफ द्वारा अभियान की शुरुआत के लगभग साढ़े तीन घंटे बाद आया है।
इजरायल के सरकारी चैनल कान टीवी न्यूज ने कहा कि एफ-35, एफ-16 और एफ-15 सहित दर्जनों जेट विमानों ने ईरान में 20 सैन्य ठिकानों पर हमला किया।
ईरानी के चश्मदीदों ने बताया कि शनिवार सुबह देश की राजधानी तेहरान के आसपास तेज धमाकों की आवाज सुनी गई। इसके तुरंत बाद, ईरानी मीडिया ने बताया कि ईरान की हवाई सुरक्षा ने इजरायल के हमले को काउंटर किया।
ईरान की अर्ध-सरकारी तस्नीम न्यूज एजेंसी ने रिपोर्ट किया कि ईरान के हवाई सुरक्षा मुख्यालय ने हमले का जवाब देते हुए सीमित नुकसान की स्थिति में इजरायल के हमले को नाकाम कर दिया। इसमें कहा गया है कि ईरान की हवाई सुरक्षा प्रणाली ने इस हमले को रोका और कुछ क्षेत्रों में सीमित नुकसान हुआ। घटना की जांच जारी है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि इजरायली सेना ने तेहरान, खुज़ेस्तान और इलाम प्रांतों में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, जबकि ईरान ने पहले ही इजरायल को चेतावनी दी थी कि वह देश पर हमला न करे।
इजरायली हमलों के बाद ईरानी सेना ने कहा कि दो ईरानी सैनिक मारे गए हैं।
न्यूज एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, इ़जरायल ने ईरान पर तड़के की गई हवाई हमले की कार्रवाई को बढ़ा-चढ़ा कर बताया है। सूत्र के हवाले से न्यूज एजेंसी ने बताया कि ईरान हमले का जवाब देने के लिए तैयार है।
शनिवार तड़के, सीरिया के रक्षा मंत्रालय ने रिपोर्ट दी कि इजरायली सेना ने सीरिया के दक्षिणी और मध्य क्षेत्रों में सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए थे।
ये हमले, जिनके बारे में बताया गया कि रात 2 बजे के आसपास किए गए, इजरायल-नियंत्रित गोलन हाइट्स और लेबनानी वायुक्षेत्र से मिसाइलों द्वारा किए गए थे।
सीरिया मानवाधिकार ऑब्जर्वेटरी ने बताया कि इजरायली विमान सीरियाई हवाई क्षेत्र में प्रवेश कर ईरान से जुड़े ठिकानों को निशाना बना रहे थे। सीरियाई रक्षा मंत्रालय के अनुसार, सीरियाई वायु रक्षा ने कई मिसाइलों को रोका और गिराया। हमलों के पूरे प्रभाव का मूल्यांकन अभी चल रहा है।
इसी बीच कई देशों ने ईरान पर इजरायल के हमले की निंदा की है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, इजरायल का ईरान की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता पर हमला संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतर्राष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन है।
सऊदी अरब ने भी कहा है यह हमला क्षेत्र के देशों और लोगों की सुरक्षा और स्थिरता के लिए खतरा है। इराक ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की और ईरान के साथ एकजुटता व्यक्त की।