राकेश टिकैत ने कहा कि जितनी सीटें भाजपा को मिल रही हैं, उतनी उम्मीद किसी को नहीं थी। जनता तो भाजपा को वोट नहीं दे रही, तो फिर ये सीटें कहां से आ रही हैं? यह गणित का सवाल है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा अपने विरोधियों को अलग-अलग लड़वाकर चुनावी खेल खेलती है, जिससे परिणाम उनकी इच्छानुसार आते हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा में किसान आंदोलन के दौरान सबसे अधिक लाठियां चलीं, कई किसानों ने अपनी जान गंवाई, उनकी शहादत हुई, इसके बाद भी रिजल्ट इस तरह के आते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी, किसानों और मजदूरों की समस्याएं हैं, लेकिन फिर भी भाजपा के लिए सीटें आ रही हैं। यह हमारी समझ से परे है। यह पूरी तरह से राजनीतिक गणित है, और उन्होंने चेतावनी दी कि भाजपा चुनाव को किसान बनाम अन्य के रूप में खेल रही है, जिससे एक बड़ा खेल चल रहा है। यह बड़ा घपला है। यदि जनता वोट नहीं दे रही है, तो फिर ये वोट कहां से आ रहे हैं? यह एक गंभीर प्रश्न है।
उन्होंने कहा कि भाजपा कैसे लोगों और पार्टियों को तोड़ती है, यह गणित उनके पास है। जब लोग आपस में बांटकर चुनाव लड़ते हैं, तो इसी तरह की स्थिति पैदा होती है। हमें नहीं लगता कि जनता ने उन्हें वोट दिया है, कुछ न कुछ घालमेल तो जरूर होगा। जैसे यहां समितियों के चुनाव हो रहे हैं, जहां पर परचे ही कैंसिल कर दिए जा रहे हैं। चुनाव जीतने के लिए सरकार के पास कई तरीके हैं, चाहे वो परचे कैंसिल करने के जरिए हो, ईवीएम में गड़बड़ी से हो, या फिर लोगों के बीच फूट डालकर हो। चुनाव जीतने के ये सभी तरीके इस सरकार को अच्छे से पता हैं।