मिलन समारोह में कमलेश सिंह के साथ उनके पुत्र सूर्या सिंह और सैकड़ों समर्थकों भी भाजपा में शामिल हुए। कमलेश सिंह पलामू जिले के हुसैनाबाद विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं।
वह पूर्व में झारखंड सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। भाजपा की सदस्यता लेने के बाद उन्होंने कहा कि झारखंड में आज जिस तरह के भय का वातावरण है और बांग्लादेशी घुसपैठियों की वजह से राज्य की पहचान खतरे में है, उसमें जनता भाजपा की ओर उम्मीद भरी निगाहों से देख रही है।
कमलेश सिंह ने कहा कि भाजपा की अगुवाई में ही राज्य की तस्वीर और तकदीर बदलेगी। भाजपा एक समुद्र की तरह है, जबकि बाकी पार्टियों की हैसियत तालाब से ज्यादा नहीं है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि कमलेश सिंह और उनके समर्थकों के पार्टी में आने से पलामू प्रमंडल में निश्चित रूप से पार्टी की ताकत बढ़ेगी।
झारखंड में पिछले डेढ़ महीने में राज्य के चार विधायकों ने दूसरी पार्टियों को छोड़कर भाजपा का दामन थामा है। इनमें चंपई सोरेन और लोबिन हेंब्रम झारखंड मुक्ति मोर्चा छोड़कर आए हैं। हालांकि, चंपई सोरेन ने भाजपा की सदस्यता लेने के ठीक पहले विधानसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था। इनके अलावा हजारीबाग जिले के बरकट्ठा क्षेत्र के निर्दलीय विधायक अमित यादव भी हाल में भाजपा में शामिल हुए हैं।