वहीं ईरान की आर्मी यूनिट आईआरजीसी ने बयान को जारी करते हुए कहा कि इस्माइल हानिया, सैय्यद हसन नसरल्लाह और शहीद निलफोरूशन की शहादत का जवाब हमने दिया है. कब्जे वाले क्षेत्रों को निशाना बनाया गया है. अगर इजरायल ईरान के इस ऑपरेशन पर पलटवार करता है तो उसे विनाशकारी हमलों का सामना करना पड़ सकता है. अहम सैन्य स्थलों को टार्गेट बनाया गया है. इस हमले को लेकर अमेरिका ने ईरान को पहले ही चेतावनी दी थी.
ब्रिगेडियर जनरल अब्बास निलफोरोशान भी मारे गए
आपको बता दें कि जुलाई माह में ईरान की राजधानी तेहरान में हमास नेता इस्माइल हानिया को इजरायल ने मार दिया था. हानिया हमास के पॉलिटिकल विंग के प्रमुख थे. वह ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान के शपथ ग्रहण सामरोह में शामिल हुए थे. उसने ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई से मुलाकात की. वहीं गत 27 सितंबर को लेबनान ने बेरूत में जिस हमले में हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को मारा गया. उस दौरान उनके साथ ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के डिप्टी कमांडर ब्रिगेडियर जनरल अब्बास निलफोरोशान भी मौजूद थे. इस हमले में उनकी भी मौत हो गई. इन तीनों की मौत का बदला लेने को लेकर ईरान ने अब इजरायल पर बड़ा हमला बोला है. ये सीधे जंग का ऐलान है.
अमेरिका का कहना है कि अगर ईरान हमले करता है तो इसके गंभीर भुगतने होंगे. ईरान के मिसाइल हमले पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का बयान भी सामने आ गया है. राष्ट्रपति बाइडेन ने एक्स पर पोस्ट किया कि इजरायल को ईरानी मिसाइल के हमलों से बचाने और क्षेत्र की रक्षा के लिए अमेरिकी सेना सहायता करने के लिए तैयार है.