जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा कि चेहरा बदलने से पार्टी की समस्याएं खत्म नहीं हो जातीं। अरविंद केजरीवाल ने निर्वाचित विधायकों पर अपनी पसंद थोपी है। उनके इस फैसले से पार्टी के अनेक नेता असहज महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता भी कहीं न कहीं, ठगी हुई महसूस कर रही है। अरविंद केजरीवाल वैकल्पिक राजनीति के चेहरे के रूप में आए थे। उनका संकल्प भ्रष्टाचार के खिलाफ था, यही वजह है कि जनता ने उनके पक्ष में मतदान किया था। लेकिन, अब केजरीवाल समेत उनकी पार्टी के आधा दर्जन नेता जेल की सलाखों के पीछे हैं और कई जेल की सलाखों के पीछे थे।
राजीव रंजन ने कहा कि आप के कई नेता ऐसे हैं जिन्हें अदालत में तारीख पर जाना पड़ रहा है। दिल्ली विधानसभा का चुनाव करीब है और जनता आम आदमी पार्टी (आप) को उखाड़ फेंकने के लिए तैयार है।
वहीं, पश्चिम बंगाल सरकार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी के लिए आने वाला समय और मुश्किल भरा रहने वाला है। वहां के डॉक्टर सभी मांगों के पूरा होने से पहले कोई भी समझौता करने के पक्ष में नहीं हैं। अब ममता बनर्जी को यह तय करना है कि जिस जनता के आंदोलन और जनता के सहयोग से वह सत्ता के शीर्ष पर पहुंची हैं, उनके साथ वह कितनी खड़ी होती हैं। उनके लिए खुद को संभाल पाना और पार्टी को एकजुट रखना इतना आसान नहीं होगा।