इस्राइल में एक बार फिर इस्राइलियों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. उन्होंने प्रधानमंत्री नेतन्याहू के खिलाफ नारेबाजी की. उन्होंने बंधकों की रिहाई के लिए शांति समझौते पर जोर डाला.
सात अक्तूबर से जारी है युद्ध
बता दें, दोनों पक्षों के बीच सात अक्टूबर से युद्ध हो रहा है, जब अलसुबह हमास ने पांच हजार रॉकेटों से इजराइली शहरों पर हमला कर दिया था. हमले को इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आतंकी हमला करार दिया. वे कई बार कमस खा चुके हैं कि जब तक वे हमास को पूर्ण रूप से तबाह नहीं कर देते हैं तब तक युद्ध विराम की घोषणा नहीं करेंगे.
अब तक 40 हजरा फलस्तीनियों की मौत
रिपोर्ट की मानें तो युद्ध में अब तक 40 हजार से अधिक फलस्तीनियों की मौत हो गई. इनमें अधिकतर महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग नागरिक हैं. हमास के हमले में करीब 1200 इस्राइली लोग मारे गए हैं.
हमले के यह तीन कारण
हमास का कहना है कि यरूशलम में अल-अक्सा मस्जिद है, जिसे इस्राइल अपवित्र कर रहा है और वे इसी का बदला ले रहे हैं. हमास का कहना है कि इस्राइल की पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद पर ग्रेनेड फेंककर इसे अपवित्र कर दिया था. हमास ने बताया कि इस्राइली सेना महिलाओ पर हमला कर रही है. इसके अलावा, इस्राइल ने गाजा के हमास को काफी नुकसान पहुंचाया है. इस्राइल ने हमास के कई ठिकानों को बर्बाद कर दिया है, जिससे हमास गुस्से में है. हमास के प्रवक्ता गाजी हमाद ने अरब देशों से अपील है कि वे इस्राइल के साथ अपने सभी रिश्तों को तोड़ दें. उसका कहना है कि इस्राइल एक अच्छा पड़ोसी और शांत देश कभी नहीं हो सकता.