चीनी सेना गलवान घाटी सहित चार इलाकों से पीछे हट गई है. चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देना चाहते हैं.
क्या बोला चीनी विदेश मंत्रालय
चीनी विदेश मंत्रालय ने बताया कि रूस में हुई बैठक के दौरान दोनों देश द्विपक्षीय संबंधों में सुधार के लिए मिलकर काम करने के लिए सहमत हुए हैं. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि दोनों सेनाएं चार क्षेत्रों से पीछे हटी हैं. सीमा पर स्थिति नियंत्रण में है. चीनी विदेश मंत्रालय ने बताया कि चीन-भारत संबंधों में स्थिरता रहे, यह दोनों देशों के मौलिक और दीर्घकालिक हित में है। क्षेत्रीय शांति और विकास के लिए यह जरूरी है. उन्होंने आगे कहा कि रूस में हुई बैठक के दौरान समझ और विश्वास को बढ़ाने, संचार बढ़ाने और द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के सहमति बनी है.
चीनी विदेश मंत्री के अलावा, एनएसए अजित डोभाल ने आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात की. सेंट पीटर्सबर्ग के कॉन्स्टेंटिनोवस्की पैलेस में उनकी बातचीत हुई. चर्चा के दौरान, पुतिन ने भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय संबंधों में सुरक्षा मुद्दों के महत्व को रेखांकित किया. उन्होंने क्षेत्र में संवाद बनाए रखने के लिए भारत का धन्यवाद भी किया. इस दौरान, पुतिन ने प्रस्ताव दिया कि ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक आयोजित की जाए. बता दें, कजान में 22 अक्टूबर को सम्मेलन आयोजित किया जाएगा.
बैठक के दौरान, डोभाल ने पीएम मोदी की ओर से पुतिन का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी यूक्रेन यात्रा की जानकारी साझा करने के लिए तैयार हैं.