अगर आप गणेश भक्ता है. हर दिन उनकी पूजा करते हैं लेकिन फिर भी किसी ना किसी बात पर तनाव बना रहता है तो आपको अपनी समस्या अनुसार गणेश के इन मंत्रों का जाप करना चाहिए. | धर्म-कर्म
भगवान गणेश के कई मंत्र हैं, जो उनकी पूजा और भक्ति के लिए उनके भक्त उनका जाप करते हैं. इन मंत्रों का धार्मिक महत्व और बहुत लाभ. इन दिनों गणेश उत्सव चल रहा है. बप्पा के मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है. किसी ने अपने घर पर उनकी स्थापना की है तो कुछ लोगों ने गणेश पंडाल का भव्य आयोजन किया है. अगर आप उनके भक्त हैं तो आप भी उनके इन चमत्कारी मंत्रों के बारे में जान लें. ये मंत्र आप अपनी समस्या अनुसार जप सकते हैं जिससे आपके जीवन में आने वाली हर बाधा भी दूर होगी.
गणेश मंत्र
मंत्र: “ॐ गण गणपतये नमः” (Om Gan Ganapataye Namah)
जीवन की बाधाएं दूर होने का नाम नहीं ले रही और समृद्धि व सुख पाना चाहते हैं तो आप आज से ही इस गणेश मंत्र का जाप शुरू कर दें. गणेश जी को विघ्नहर्ता कहा जाता है. वो अपने भक्तों के सभी कष्टों को पलक झपकते ही दूर कर देते हैं.
गणेश गायत्री मंत्र
मंत्र: “ॐ विघ्नेश्वराय च विद्महे, सर्वसिद्धाय च धीमहि. तन्नो गणेश: प्रचोदयात्.” (Om Vighneshwaraya Cha Vidmahe, Sarvasiddhaya Cha Dhimahi, Tanno Ganeshah Prachodayat)
सफलता और सिद्धि के लिए इस मंत्र का जाप किया जाता है. इसके जाप से मानसिक शक्ति और स्पष्टता में वृद्धि होती है. अगर आपइसे नियमित रूप से पढ़ना शुरू कर दें तो आप पर सदा गणेश जी की कृपा बनी रहती है, जो जीवन के सभी कार्यों में सफलता दिलाने में मदद करती है.
गणेश अर्चन मंत्र
मंत्र: “ॐ गं गणपतये नमः” (Om Gam Ganapataye Namah)
इससे समस्याएँ और बाधाएँ दूर होती हैं, और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं.
गणेश वक्रतुंड मंत्र
मंत्र: “ॐ वक्रतुंड महाकाय, सूर्यकोटि समप्रभ. निर्विघ्नं कुरु मे देव, सर्वकार्येषु सर्वदा.” (Om Vakratunda Mahakaya, Surya Koti Samaprabha, Nirvighnam Kurume Deva, Sarvakaryeshu Sarvada)
यह मंत्र भगवान गणेश की शक्तियों और ऊर्जा को सक्रिय करता है. इसे पढ़ने से सभी विघ्न दूर होते हैं और कार्यों में सफलता मिलती है. किसी भी महत्वपूर्ण कार्य की शुरुआत से पहले इसका जाप करना लाभकारी होता है.
गणेश मंत्रों के जाप से विघ्न और बाधाएं दूर होती हैं. गणेश को विघ्नहर्ता के रूप में पूजा जाता है, और उनकी उपासना से कार्यों में आ रही समस्याएं और रुकावटें समाप्त हो जाती हैं. ये मंत्र व्यक्ति को मानसिक और भौतिक रूप से बलवान बनाते हैं. मन शांत रहता है और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है. नए कार्य, परियोजनाओं, या यात्रा की शुरुआत से पहले इनमें से कोई भी मंत्र पढ़ना शुभ माना जाता है.