हर साल भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को राधा अष्टमी का पर्व मनाया जाता है. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के साथ राधा रानी की पूजा की जाती है.
हर साल भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को राधा अष्टमी का पर्व मनाया जाता है. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के साथ राधा रानी की पूजा की जाती है. शास्त्रों के अनुसार, राधा रानी का जन्म इसी दिन हुआ था और इस दिन व्रत रखने से शारीरिक और मानसिक कष्टों से मुक्ति मिलती है. इस वर्ष राधा अष्टमी पर एक खास ज्योतिषीय घटना होने जा रही है, जिसका फायदा दो राशियों के जातकों को मिलेगा.
ज्योतिषियों के मुताबिक, 11 सितंबर की रात 9:21 बजे चंद्रमा वृश्चिक राशि से निकलकर धनु राशि में प्रवेश करेगा. यह गोचर राशियों के जीवन पर अलग-अलग प्रभाव डालेगा, लेकिन खासतौर पर वृश्चिक और कुंभ राशियों के लिए यह समय बेहद शुभ रहने वाला है. चंद्रमा 13 सितंबर की रात तक धनु राशि में रहेगा और फिर 14 सितंबर को तड़के 3:23 बजे मकर राशि में जाएगा.
वृश्चिक राशि के लिए लाभ
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह समय बहुत फायदेमंद होगा. देवगुरु बृहस्पति की कृपा से इन जातकों को धन लाभ हो सकता है. चंद्रमा वृश्चिक राशि के दूसरे भाव में होगा, जो आर्थिक उन्नति और मन की प्रसन्नता का संकेत देता है. इन जातकों के लिए यात्रा के योग भी बन सकते हैं और राधा अष्टमी के दिन दान करने से विशेष फल की प्राप्ति होगी. परिवार में खुशी का माहौल रहेगा और किसी खास व्यक्ति का आगमन भी संभव है.
कुंभ राशि के लिए लाभ
कुंभ राशि के जातकों को भी इस गोचर से विशेष लाभ होगा. चंद्रमा के राशि परिवर्तन से इन्हें मानसिक तनाव से राहत मिलेगी और भगवान शिव की कृपा से कोई बड़ी खुशखबरी मिल सकती है. आमदनी में वृद्धि होगी और कारोबार में सफलता मिलेगी. घर में प्यार और सौहार्द्र बढ़ेगा और परिवार के सदस्यों के साथ रिश्ते मजबूत होंगे.