इस्राइल और हमास के बीच जारी युद्ध के बीच हिजबुल्लाह ने उत्तरी इस्राइल के शहर पर रॉकेट दागे. हिजबुल्लाह ने इस्राइली हमले का बदला लिया है.
लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने इस्राइल के हमलों को अंतरराष्ट्रीय कानूनों और मानवीय मूल्यों का उल्लंघन बताया. हिजबुल्लाह के सहयोगी संगठन अमल मूवमेंट ने भी एक बयान जारी किया. बयान में उसने कहा कि इस्राइल के हमले में हमारे भी दो लोगों की मौत हुई है.
जानें क्या बोला इस्राइल
हमले के बारे में इस्राइल के अधिकारियों का कहना है कि हिजबुल्लाह ने अपने कमांडर फुआद शुक्र की हत्या का बदला लेने के लिए हजारों रॉकेज उसके खुफिया केंद्र पर दागने का प्लान बनाया था. हालांकि, इस्राइली रक्षा बलों ने उस पर काबू पाया. इसी वजह से इस्राइल को अधिक नुकसान नहीं हुआ.
सात अक्तूबर से जारी है युद्ध
बता दें, इस्राइल और हमास के बीच सात अक्टूबर से युद्ध जारी है, जब अलसुबह हमास ने पांच हजार रॉकेटों से इजराइली शहरों पर हमला कर दिया था. हमले को इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आतंकी हमला करार दिया. वे कई बार कमस खा चुके हैं कि जब तक वे हमास को पूर्ण रूप से तबाह नहीं कर देते हैं तब तक युद्ध विराम की घोषणा नहीं करेंगे. युद्ध में अब तक 40 हजार से अधिक फलस्तीनियों की मौत हो गई. इनमें अधिकतर महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग नागरिक हैं. हमास के हमले में करीब 1200 इस्राइली लोग मारे गए हैं.