भारत सरकार के मशहूर ऐप Telegram को लेकर जांच शुरू हो चुकी है. इसमें ऐप और उसकी अपराधिक गतिविधियों को जांचा जाएगा. यह जांच Telegram के फाउंडर और CEO पावेल ड्यूरोव (Pavel Durov) की गिरफ्तारी के बाद शुरू होने जा रही है.
आखिरी निर्णय रिपोर्ट आने के बाद आएगा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत सरकार की जांच का फोकस Telegram के Peer-To-Peer (P2P) Communications होना है. यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि गैर कानूनी एक्टिविटीज पर ध्यान दिया जाएगा. रिपोर्ट के अनुसार, आखिरी निर्णय रिपोर्ट आने के बाद आएगा.
Telegram मैसेजिंग ऐप के फाउंडर और CEO पावेल ड्यूरोव (Pavel Durov) की गिरफ्तारी शनिवार को हुई. यह गिरफ्तारी बॉर्गेट हवाई अड्डे पर हुई. इसके बाद से पूरी दुनिया में यह खबर आग की तरह फैल गई. Elon Musk सहित कई लोग CEO के सपोर्ट में आ गए.
मॉडरेटर की कमी देखी गई
Telegram मैसेजिंग ऐप के फाउंडर और CEO पावेल ड्यूरोव की ये गिरफ्तारी एक पुलिस जांच में हुई है. ऐप को लेकर मॉडरेटर की कमी पर केंद्रित थी. पुलिस का कहना है कि जांच में सामने आया है कि मॉडरेटर कमी के कारण मैसेजिंग ऐप पर आपराधिक गतिविधियां चलती रहीं. उसे बिना किसी पाबंदी के चलने दिया.
गिरफ्तारी के डर से यूरोप को छोड़ा
Telegram CEO पावेल ड्यूरोव की गिरफ्तारी से घबराकर वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Rumble के CEO Chris Pavlovski ने कुछ समय के अंदर यूरोप को छोड़ दिया है. यह जानकारी उन्होंने खुद X प्लेटफॉर्म पर पोस्ट की है.