बांग्लादेशी हिंदू भारत की सीमा पर पानी में 24-24 घंटे खड़े देखे गए थे. जहां वह भारतीय जवानों से गुहार लगा रहे थे कि उन्हें भारत में वापस लिया जाए, लेकिन सुरक्षा के लिहाज से उन्हें सीमा पर रोक दिया गया.
बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद हिंदुओं के साथ लगातार अत्याचार हो रहा है. बांग्लादेश में यूनुस की अंतरिम सरकार ने वादा किया था कि वह हिंदुओं की सुरक्षा करेंगे, लेकिन ऐसा होता दिखाई नहीं दे रहा है. लगातार मंदिरों को तोड़ा जा रहा है. हिंदुओं को भगाया जा रहा है. हिंदू महिलाओं के साथ बर्बता हो रही है और हिंदू इस कदर जुल्म सह रहे हैं कि अपनी उन्हें पहचान छुपानी पड़ रही है. ना उनके सर पर छत है ना देश में रहने के लिए जगह. कटर पंथी हिंदुओं के साथ जैसा सलूक कर रहे हैं वह रूह कंपाने वाला है.
महिलाओं को बनाया जा रहा निशाना
कट्टरपंथियों का अगला टारगेट टीचर हैं जो सालों से काम कर रहे हैं. उन्हें कटरपंथी परेशान कर रहे हैं. उन्हें कमरे में कैद करके जबरन रिजाइन करवाया जा रहा है. इस कड़ी में कुछ कट्टरपंथी अपने टीचर को परेशान करने उनसे इस्तीफा लिखवा रहे हैं तो वहीं कहीं सरकारी अधिकारी से हस्ताक्षर लिए जा रहे हैं. कारण सिर्फ एक है… इन लोगों की धार्मिक पहचान क्योंकि ये हिंदू हैं. 20 अगस्त को बांग्लादेश में प्रवक्ता राधा रमण दास ने एक्स पर जानकारी दी कि कैसे गौतम चंद्रपाल नाम के हिंदू शिक्षक को इस घृणा का शिकार होना पड़ा. गौतम अजीमपुर सरकारी कॉलेज के सबसे बेहतरीन केमिस्ट्री टीचरों में से एक थे. लेकिन कुछ छात्रों ने उन पर दबाव बनाकर उनसे इस्तीफा ले लिया. खबर आई थी कि गौतम के आसपास कैसे लोगों ने उन्हें घेर रखा था व साथ में उन्होंने एक और वीडियो भी शेयर किया है. जिसमें जबरन इस्तीफा दिया जा रहा है जरा वो वीडियो देखिए.
शिक्षकों से लिया जा रहा इस्तीफा
आपको बता दें बांग्लादेशी हिंदू भारत की सीमा पर पानी में 24-24 घंटे खड़े देखे गए थे. जहां वह भारतीय जवानों से गुहार लगा रहे थे कि उन्हें भारत में वापस लिया जाए, लेकिन सुरक्षा के लिहाज से उन्हें सीमा पर रोक दिया गया और अब देखा जा रहा है कि किस तरह से बांग्लादेश में हिंदुओं की यह तस्वीरें सामने आ रही है जो रूख कंपाने वाली है.