कर्मचारी संगठनों के आगे झुकी सरकार, कर्मचारी-शिक्षकों के प्रतिनिधित्व वाली पहली बार बनाई कमेटी
लखनऊ। कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच की बुधवार को सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से हुई वार्ता के उपरान्त मंच की उच्चाधिकार समिति की दो घंटे चली बैठक के उपरान्त कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी पुरानी पेन्शन बहाली मंच ने अपने अगले समस्त कार्यक्रम और आन्दोलन दो माह के लिए स्थगित कर दिया है। मंच के पदाधिकारियों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि अगर उक्त दो माह यानि 24 दिसम्बर तक पुरानी पेंशन के मामले में सुस्पष्ट आदेश नही किये जाते तो बिना पूर्व घोषणा के बड़ा आन्दोलन किया जाएगा। मंच की तरफ से बुधवार को पत्रकारों से बॉतचीत करते हुए डा. दिनेश चंद शर्मा और हरि किशोर तिवारी ने बताया कि सिर्फ एक मांग को लेकर 8 अक्टूबर को हुई ऐतिहासिक रैली के उपरान्त मुख्य सचिव स्तर पर कई चरणों की वार्ता की गई। इन वार्ताओं में विगत 13 वर्षो में कर्मचारी, शिक्षक के हुए नुक्सान पर विस्तार से चर्चा की गई और इसे षासन के आला अफसरों ने भी स्वीकार किया। मंच द्वारा मुख्य सचिव के समक्ष पुरजोर तरीके से यह तर्क रखा गया कि नई पेंषन योजना 13 वर्षो तक सही स्थिति में नही आ पाई है उस पर विश्वास नही किया जा सकता। ऐसी स्थिति में कर्मचारी और शिक्षकों के साथ अधिकारी संवर्ग को 01 अप्रैल 2005 से पूर्व लागू पुरानी पेंशन योजना ही स्वीकार होगी।
इसी एक मॉग पर प्रदेश सरकार ने एक समिति का गठन किया जिसकी अध्यक्षता अपर मुख्य सचिव, नियुक्ति एवं कार्मिक, अध्यक्ष पी0एफ0आर0डी0ए0 की सहमति के उपरान्त उनके प्रतिनिधि, अपर मुख्य सचिव-नियोजन, अपर मुख्य सचिव-वित्त, प्रमुख सचिव-न्याय को सदस्य और निदेशक-पेंशन को सदस्य सचिव तथा कर्मचारी शिक्षक-अधिकारी मंच की तरफ से डा. दिनेश चन्द शर्मा और हरि किशोर तिवारी को विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है। यह समिति पुरानी पेंशन बहाली पर अपनी रिपोर्ट दो माह में प्रस्तुत करेगी। इसके साथ ही केन्द्र सरकार के कैबिनेट सचिव श्री पी.के. सिन्हा को एक पत्र मुख्य सचिव की ओर से भेजा गया है।
पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर सरकार से मिले बुलावे पर आज सुबह आठ बजे मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्य नाथ, मुख्य सचिव अनूप चंद पाण्डेय, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एस.पी.गोयल की उपस्थिति में कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच के नेता डॉ. दिनेेश चन्द शर्मा अध्यक्ष, चेत नारायण सिंह एम0एल0सी0, बाबा हरदेव सिंह पूर्व अध्यक्ष य0ूपी0पी0सी0एस0 एसोसिएशन, हरि किशोर तिवारी अध्यक्ष राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद, षिव बरन सिंह यादव महामंत्री राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद, निखिल शुक्ला अध्यक्ष उ.प्र. राजस्व (प्रशासनिक) अधिकारी संघ, जी.एन. सिंह महासचिव डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ, रामफेर पाण्डेय अध्यक्ष राजकीय वाहन चालक महासंघ, यादवेन्द मिश्रा अध्यक्ष उ.प्र. सचिवालय संघ, संजय सिंह महामंत्री उ.प्र. प्राथमिक षिक्षक संघ, शिवशंकर पाण्डेय कोषाध्यक्ष उत्तर प्रदेष प्राथमिक षिक्षक संघ और संजीव गुप्ता संगठन मंत्री राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद शामिल थे। लगभग एक घन्टे चली बैठक में मुख्यमंत्री द्वारा स्पष्ट आश्वासन एवं तत्काल समिति गठन किया गया।