नई दिल्ली : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) में चल रही वर्चस्व की लड़ाई के बीच निदेशक आलोक वर्मा व विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को सरकार ने छुट्टी पर भेज दिया है। वर्मा की जगह अपर निदेशक एम नागेश्वर राव को अंतरिम निदेशक बना दिया गया है। उल्लेखनीय है कि नागेश्वर राव उड़ीसा कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने सीबीआई में संयुक्त निदेशक की हैसियत से काम करना शुरू किया था। इस साल उन्हें प्रोन्नति देकर अपर निदेशक बना दिया गया था। ओसमानिया विश्वविद्यालय से रसायन शास्त्र के स्नातक राव ने आईआईटी मद्रास से शोध भी किया है। जानकारी के मुताबिक कई वरिष्ठ सीबीआई अधिकारियों को भी छुट्टी पर भेजा गया है। इस बीच आज सुबह सीबीआई मुख्यालय स्थित आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना के दफ्तरों को सील किया जा रहा है। यह जानकारी भी मिल रही है कि संयुक्त निदेशक अरुण कुमार शर्मा को भी छुट्टी पर भेज दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक सरकार ने सभी कार्रवाई केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) के सिफारिश पर की है। बता दें कि लगभग एक माह पूर्व विशेष निदेशक अस्थाना ने आलोक वर्मा के खिलाफ कैबिनेट सेक्रेटरी से शिकायत की थी। इस शिकायत में कहा गया था कि वर्मा उन्हें काम करने नहीं दे रहे हैं। अस्थाना ने इस शिकायत में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव व मांस कारोबारी मोईम कुरैशी के मामले की चर्चा की थी और वर्मा पर इन लोगों से रिश्वत लेने का आरोप लगाया था। बाद में सोच-विचार के बाद अस्थाना के शिकायती आवेदन को सीवीसी के पास भेज दिया गया था। इस बाबत सीवीसी ने सीबीआई से संबंधित मामले की फाइलें भी मंगवाई थी। हालांकि सीवीसी के इस कदम की सीबीआई के सतर्कता अधिकारी ने विरोध किया था।