लखनऊ। पञ्चमहाभूत एवं पञ्चज्ञानेन्द्रियों के सारभूत लक्ष्य को चरितार्थ करती हुयी पञ्चदिवसीय गवेषणात्मक कार्यशाला का समापन समारोह सम्पन्न हुआ। पांचवे दिन की कार्यशाला में विशेषज्ञों द्वारा सिखाये गये वीडियो एडिटिंग के हुनर से छात्रों ने आउट डोर शूटिंग करके छोटे-छोटे वीडियो क्लिप को बनाया तथा उन सभी छोटे-छोटे वीडियों को एडिट करना भी सीखा। कुछ छात्रों ने तो इन वीडियों को जोड़ना-तोड़ना भी सीखा। साथ ही लखनऊ शहर के प्रसिद्ध दशहरी आम के वृक्ष का भी रोपड़ किया और सन्देश दिया कि तकनीकि ज्ञान के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण भी अत्यन्त आवश्यक है। कार्यशाला के समापन समारोह में प्रशिक्षक के रूप में राष्ट्रीय पुरस्कृत फिल्म ‘टर्टल’ वाह जिन्दगी के निर्देशक दिनेश एस यादव, डी.डी. न्यूज के ऐंकर (सञ्चालक), डा. नारायण दत्त मिश्र एवं सीनेमेटो ग्राफर विकास शर्मा आदि दिग्गज हस्तियां उपस्थित रही।
छात्रों ने उनके द्वारा प्राप्त शैक्षिक अनुभव को साझा किया औ एक-एक संस्कृत ब्लाग एवं कुछ छात्र ने ओलम्पियाड के लिए प्रोफेशल वीडियो भी बनाया। समापन सत्र की अध्यक्षता कर रहे लखनऊ परिसर के निदेशक प्रो. सर्वनारायण झा जी ने सभी छात्रों को संस्कृत ब्लाग निर्माण हेतु प्रेरित किय तथा अन्य उपस्थित सभी अतिथियों का कार्यक्रम में स्वागत एवं सम्मान किया। नौ छात्रों को किट एवं प्रमाणत्र देकर पुनः छात्रों को आशीर्वाद प्रदान करते हुये कि संस्कृत छात्र हर एक क्षेत्र में उत्तरोत्तर वृद्धि प्रदान करें और पूरे विश्व में संस्कृत का सम्मान बढ़ाये। कार्यशाला की समन्वय डा. अमृता कौर ने कार्यशाला के आरम्भ एवं समापन के मध्य की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुये अध्यक्ष महोदय एवं अन्य सभी अतिथियों एवं छात्र-छात्राओं का धन्यवाद ज्ञापन किया एवं शान्तिमन्त्र से कार्यक्रम का सम्पन्न किया।