त्यौहारों के मौसम में प्याज आम लोगों का न सिर्फ जायगा बिगाड़ने की तैयारी में है बल्कि रुलाने वाला भी है। तकरीबन 20-25 रुपये प्रति किलो बिकने वाले प्याज की कीमत 10 गुना से ज्यादा बढ़ने वाला है। दरअसल सूखे की वजह से इस साल खरीफ की पैदावार में गिरावट आने की आशंका आई है और प्याज का उत्पादन भी घटने की संभावना है। इस वजह से पिछले कुछ दिनों में महाराष्ट्र के लासलगांव मंडी में थोक प्याज की कीमतों 50 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।प्याज व्यापारियों का कहना है कि राज्य में सूखे जैसे हालात के चलते इस साल प्याज की पैदावार कम रहेगी। लासलगांव एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी है। दिवाली के मौके पर थोक मार्केट बंद रहेगा, जिससे प्याज की खुदरा कीमत बढ़कर 40 से 45 रुपये तक जा सकती है। आपको बता दें कि देशभर में प्याज की कीमतें लासलगांव एपीएमसी के हिसाब से तय होती हैं। पिछले शुक्रवार को प्याज की औसत थोक कीमत 12 रुपये प्रति किलो थी, जो सोमवार और मंगलवार को 50 फीसदी से ज्यादा बढ़कर 18 रुपये प्रति किलो हो गया।
जानकारों के मुताबिक थोक मार्केट में प्याज की कीमतें बढ़कर 25 रुपये प्रति किलो तक जा सकती हैं। इसका मतलब है कि खुदरा मार्केट में प्याज 40 से 45 रुपये प्रतिकिलो तक बिक सकता है। नासिक जिले की मंडी दिवाली के मौके पर 7 से 8 दिनों तक बंद रहेगी। इसे भी प्याज की कीमतों में हुई अचानक बढ़ोतरी की मुख्य वजह बताया जा रहा है। व्यापारियों ने दावा किया कि पाकिस्तानी प्याज की इंटरनैशनल मार्केट में एंट्री और घरेलू कीमतों में बढ़ोतरी के चलते निर्यात में कमी आई है।