देश ने एक बार फिर सफलता की ऊंची उड़ान भरी हैं. आज भारत ने विज्ञान के क्षेत्र में एक बार फिर अपना कद बड़ा करते हुए सफलता हासिल की. आज भारत ने अपने ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल के जीवनकाल को वृहद करने के लिए एक परिक्षण किया. जो कि पूर्णतः सफल साबित हुआ. गौरतलब है कि इससे भारत ने अपने ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल के जीवनकाल में 10 से 15 साल की वृद्धि कर दी हैं. इस सम्बन्ध में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन(डीआरडीओ) से मिली जानकारी के मुताबिक, “मिसाइल का परीक्षण ओडिशा तट के चांदीपुर में एकीकृत परीक्षण केंद्र (आईटीआर) से पूर्वाह्न् 10.44 बजे मोबाइल लांचर के जरिए किया गया”.
देश के विज्ञान के क्षेत्र में इस सफलतम प्रयास के लिए देश की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और ब्रह्मोस की टीम को शुभकामनाएं भी दी हैं. गौरतलब है कि यह पहला मौका हैं, जब भारत में पहली बार ब्रह्मोस मिसाइल के जीवनकाल में बढ़ोत्तरी करने के लिए प्रौद्योगिकी विकसित हुई हैं.
आपको जानकारी के लिए बता दे कि ब्रह्मोस देश की पहली ऐसी मिसाइल हैं, जिसके जीवन काल को 10-15 वर्ष तक के लिए बढ़ा गया हैं. इससे पहले देश में इस तरह का परिक्षण नही किया गया. रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि इस सफल परीक्षण से भारतीय सशस्त्र बलों के बेड़े में शामिल मिसाइलों के प्रतिस्थापन लागत में काफी कमी आएगी. भारतीय सेना ने पहले ही ब्रह्मोस के तीन रेजिमेंट्स को अपने बेड़े में शामिल कर लिया है। सभी मिसाइल ब्लॉक-3 संस्करण से लैस हैं.