(शाश्वत तिवारी): भारत आने वाले वर्षों में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के पथ पर अग्रसर है। यह उपलब्धि हासिल करने को लेकर भारत विकसित राष्ट्रों के साथ अपने आर्थिक संबंधो को लगातार प्रगाढ बना रहा है। विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन की हाल ही में की गई दो दिवसीय संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) यात्रा के दौरान इसकी बानगी देखने को मिली।
इस यात्रा के दौरान मुरलीधरन ने यूएई स्थित दिग्गज भारतीय कंपनियों की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स का दौरा किया और कंपनी मैनेजमेंट के साथ ही प्लांट में कार्यरत कर्मचारियों से बातचीत की। उन्होंने अमीरात के रास अल खैमा में अशोक लीलैंड प्लांट का दौरा किया और भारत-यूएई के बीच आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभा रही भारतीय कंपनियों की सराहना की।
मुरलीधरन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा संयुक्त अरब अमीरात के रास अल खैमा में अशोक लीलैंड प्लांट का दौरा करने, असेंबलिंग प्रक्रिया को देखने और श्रमिकों के साथ बातचीत करके खुशी हुई। अशोक लीलैंड जैसी कंपनियां भारत और यूएई के बीच तेजी से आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
इसके अलावा राज्य मंत्री ने डाबर विनिर्माण संयंत्र और हेलिओस परफ्यूम्स एंड कॉस्मेटिक्स लिमिटेड का भी दौरा किया। इस दौरान मुरलीधरन ने कहा दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत करने में योगदान देने वाली यूएई स्थित भारतीय कंपनियों की बढ़ती उपस्थिति को देखना काफी प्रोत्साहित करता है।
इससे पहले मुरलीधरन ने दुबई में आयोजित दूसरे अंतरराष्ट्रीय आयुष सम्मेलन और प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। उन्होंने यूएई में बसे भारतीय मूल के लोगों के साथ मुलाकात की और भारत की प्रगति में उनके योगदान को सराहा। मुरलीधरन ने भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक गतिविधियों को तेज करने की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।