(शाश्वत तिवारी) : भारत और मॉरीशस ने अंतरिक्ष क्षेत्र में आपसी सहयोग को मजबूत करते हुए एक सैटेलाइट विकसित करने के लिए बुधवार को पोर्ट लुईस में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। मॉरीशस के दौरे पर पहुंचे विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन की उपस्थिति में पृथ्वी अवलोकन-आधारित अनुप्रयोगों के लिए एक उपग्रह के संयुक्त विकास और प्रक्षेपण के लिए इसरो और मॉरीशस रिसर्च एंड इनोवेशन काउंसिल के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। मुरलीधरन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा यह एमओयू दुनिया के लाभ के लिए अंतरिक्ष, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अपनी क्षमताओं का उपयोग करने की भारत की प्रतिबद्धता का एक उदाहरण है। विश्वास है कि यह एमओयू भारत और मॉरीशस के बीच सहयोग बढ़ाएगा।
इस दौरान उन्होंने मॉरीशस के राष्ट्रपति पृथ्वीराजसिंह रूपन, पीएम प्रविंद कुमार जगन्नाथ, उप प्रधानमंत्री स्टीवन ओबीगाडू और आईटी मंत्री दर्शनानंद बालगोबिन के साथ भी मुलाकात की। राज्य मंत्री ने वाइस पीएम लीला देवी डुकुन लुचूमुन और विदेश मंत्री मनीष गोबिन के साथ भारत-मॉरीशस राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ समारोह के हिस्से के रूप में आयोजित ‘उत्सव – भारत-मॉरीशस शॉपिंग कार्निवल’ का उद्घाटन भी किया। राज्य मंत्री ने गिरमिटिया मजदूरों के आगमन की 189वीं वर्षगांठ के स्मरणोत्सव में भाग लेने के बाद उन पूर्वजों को भी सलाम किया जिन्होंने भारत के साथ अपने घनिष्ठ संबंधों को बनाए रखते हुए मॉरीशस के भाग्य को आकार दिया है।
इस दौरान मुरलीधरन मॉरीशस के मलयाली समुदाय से मिले और उनके साथ केरल पिरावी पर्व मनाया। उन्होंने विश्व हिंदी सचिवालय का भी दौरा किया। अपनी आधिकारिक यात्रा के अंतिम दिन मुरलीधरन ने पोर्ट लुईस स्थित भारतीय दूतावास का दौरा किया और उच्चायोग के अधिकारियों से भारतीय समुदाय के कल्याण और खुशहाली के प्रति अपनी प्रतिबद्धता बनाए रखने का आग्रह किया।