नयी दिल्ली। इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को आज 11 दिन हो चुके हैं. इस युद्ध में दोनों तरफ के 4000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. इस बीच हमास द्वारा बंदी बनाए गए लोगों को रिहा करने की बात सामने आई हैं. लेकिन इसके लिए हमास इजराय के सामने कुछ शर्तें रख रख सकता है इसके साथ ही वह सिर्फ गैर-इजरायल के नागरिकों को ही रिहा करने की बात कर रहा है. दरअसल, सोमवार को हमास के एक शीर्ष नेता ने कहा कि समूह के पास इजराइल की जेलों में बंद सभी फिलीस्तीनियों को मुक्त कराने के लिए “वह सब कुछ है जो उसे चाहिए.”
हमास ने ये बात कह कर इस बात के संकेत दिए हैं कि वह वह अगवा किए गए लोगों को तभी रिहा करेगा जब इजरायल ये सुनिश्चित कर दे कि वह इजरायल की जेलों में बंद सभी फिलिस्तीनियों को रिहा कर देगा. हमास की ओर आए इस बयान से ये निश्चित हो गया है कि हमास अब अगवा लोगों को छोड़ने के लिए इजरायल के साथ सौदेबाजी कर सकता है.
इजरायल की जेलों में बंद फिलिस्तीनियों को रिहा करने की मांग
इस बारे में हमास के एक अधिकारी खालिद मेशाल की टिप्पणी सामने आई हैं. जिसमें उसने 7 अक्टूबर को हमास द्वारा अपहृत किए गए बंदियों, जिनमें इजरायली और गैर-इजरायली लोग शामिल हैं को लेकर टिप्पणी की. इसके बाद समूह की सशस्त्र शाखा ने अलग से कहा कि गैर-इजरायली “मेहमान” को “जब परिस्थितियाँ अनुमति देंगी” रिहा कर दिया जाएगा.” बता दें कि 7 अक्टूबर को हमास के बंदूकधारियों ने दक्षिणी इज़रायली समुदायों और सैन्य ठिकानों में तोड़फोड़ करने के बाद कई लोगों को बंधक बना लिया था. जिसमें 1,300 से अधिक लोग मारे गए थे. इज़राइल की सेना का कहना है कि समूह ने गाजा में 199 लोगों को बंधक बना रखा है. हमास का कहना है कि यह संख्या 200 से 250 के बीच है.
इजरायल जेलों में बंद हैं 6000 से ज्यादा फिलिस्तीनी
इजरायल की जेलों में लंबे समय से बंद 6000 से ज्यादा फिलिस्तानी लोगों की रिहाई के लिए हमास आह्वान कर रहा है. इसीलिए हमास ने कहा कि कि उसके पास “सभी कैदियों को जेल से बाहर निकालने के लिए सभी जरूरी चीजें मौजूद हैं.” अलअरबी टीवी से बातचीत के दौरान हमास के पूर्व प्रमुख मेशाल, जो अब दोहा में हमास के प्रवासी कार्यालय के प्रमुख हैं ने ये बात कही.
पहले भी इजरायल से सौदेबाजी कर चुका है हमास
बता दें कि इससे पहले साल 2011 में भी इज़राइल ने एक इज़राइली सैनिक गिलाद शालित की रिहाई के लिए सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया था. हमास ने गिलाद शालित को पांच साल तक हिरासत में रखा था. एक सैनिक की रिहाई के लिए कई फिलिस्तीनियों को छोड़ने की कुछ इज़राइलियों ने बहुत आलोचना की थी. हालांकि इजरायल गाजा पर लगातार बमबारी कर रहा है जिसमें अब तक सैकड़ों फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं.
इसके साथ ही इजरायल का कहना है कि वह हमास को खत्म कर अपने बंधकों को मुक्त कराने के लिए कार्रवाई करता रहेगा. ऐसा माना जा रहा है कि इजरायल से बंधक बनाए गए लोगों में थाईलैंड और जर्मनी समेत कई देशों के नागरिक शामिल हैं. अन्य देशों ने भी अपने नागरिकों के लापता होने की सूचना दी है. यही नहीं हमास ने अमेरिका सहित कई देशों में दोहरी नागरिकता वाले इज़रायलियों का भी बंधक बना लिया है.
एक वीडियो संदेश में, हमास के सशस्त्र विंग के प्रवक्ता, अबू ओबैदा ने कहा, हमास के पास “विभिन्न राष्ट्रीयताओं के बंदियों का एक समूह है, ये हमारे मेहमान हैं और हम उनकी रक्षा करना चाहते हैं.” उन्होंने आगे कहा, “जब जमीनी हालात अनुकूल होंगे तो हम विभिन्न राष्ट्रीयता वाले बंदियों को रिहा कर देंगे.” हालांकि उन्होंने इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी. वहीं हमास के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी, मौसा अबू मरज़ौक ने सोमवार को कहा कि “गाजा पट्टी पर जारी इजरायली बमबारी के कारण विदेशी कैदियों को रिहा नहीं किया जा सकता है.”