लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और उत्तर प्रदेश के पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि सांसद दानिश अली को सदन में धर्म के आधार पर इंगित करके गाली देने का मामला केवल अभद्र भाषा का मामला नहीं है, यह हेट स्पीच का गम्भीर अपराध है। इस मामले में कड़ी करवाई नहीं हुई तो देश विदेश में गलत संदेश जायेगा जिसका असर सदन की मर्यादा पर पड़ेगा। उन्होंने कहा है कि सदन की मर्यादा की रक्षा के लिए जरूरी है कि लोकसभा अध्यक्ष इस मामले में प्रारम्भिक कार्रवाई के तौर पर सांसद रमेश विधूड़ी को सदन से बर्खास्त करें और फिर उनके खिलाफ हेट स्पीच के तहत एफआईआर दर्ज कराने की व्यवस्था भी दें।
रविवार को अपने आवास पर पत्रकारों और समाजवादी साथियों से बातचीत में सपा के राष्ट्रीय सचिव और उत्तर प्रदेश के पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि
दक्षिणी दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी इसके पहले भी काग्रेस नेत्री श्रीमती सोनिया गाँधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ हेट स्पीच कर चुके हैं। उन्होंने कहा है कि श्रीमती सोनिया गाँधी और अरविंद केजरीवाल के मामले ही विधूड़ी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो गई तो वह सदन में इस तरह की शर्मनाक स्पीच नहीं कर पाए होते।
सपा के राष्ट्रीय सचिव और उत्तर प्रदेश के पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि जिस समय सांसद दानिश अली को इंगित कर भाजपा सांसद विधूड़ी सदन में हेट स्पीच कर रहे थे, उस समय दो पूर्व केंद्रीय मंत्री उन्हें रोकने की जगह मुस्कराकर प्रोत्साहित कर रहे थे। इसलिए इस मामले में इन दोनों पूर्व मंत्रियों के खिलाफ भी करवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा है कि हेट स्पीच की इस घटना में जो लोग भी विधूड़ी के पक्ष में किसी स्थान पर बोल रहे हैं, उन्हें भी हेट स्पीच को प्रोत्साहित करने का दोषी मानना चाहिए। हेट स्पीच की प्रवृत्ति रोकने के लिए ऐसे लोगों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई जरूरी है।