उत्तर प्रदेश के बांदा जिला की तिंदवारी सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक बृजेश प्रजापति, उनके दो पुलिस सुरक्षाकर्मियों और छह अन्य समर्थकों के खिलाफ खनिज अधिकारी को कथित रूप से बंधक बनाकर उसके साथ मारपीट करने के सिलसिले में बुधवार को पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की गई है.
पुलिस अधीक्षक एस. आनंद ने बृहस्पतिवार (11 अक्टूबर) को बताया कि खनिज अधिकारी शैलेन्द्र सिंह की तहरीर पर तिंदवारी सीट से बीजेपी विधायक बृजेश प्रजापति, उनके प्रतिनिधि नीरज सिंह पटेल, दो पुलिस सुरक्षाकर्मियों और छह अन्य समर्थकों के खिलाफ अधिकारी को सर्किट हाउस में कथित तौर बंधक बनाकर उसके साथ मारपीट करने के सिलसिले में नगर कोतवाली में मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस ने सभी नौ आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. उन्होंने बताया कि सभी धाराएं सात साल से कम सजा वाली होने की वजह से किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की गई है.
गौरतलब है कि खनिज अधिकारी शैलेन्द्र सिंह ने बुधवार (10 अक्टूबर) को ये आरोप लगाया था कि विधायक प्रजापति ने उन्हें नौ अक्टूबर की रात करीब आठ बजे मवई सर्किट हाउस में बात करने के लिए बुलाया था. प्रजापित ने तिंदवारी क्षेत्र में संचालित तीन बालू खदानों के ठेकेदारों से 25-25 लाख रुपये प्रति माह दिलाने बात कही थी. उन्होंने आरोप लगाया कि इससे इंकार करने पर विधायक, उनकी सुरक्षा में लगे दो पुलिसकर्मियों और छह अन्य लोगों ने सर्किट हाउस के कमरे में बंद करके सिंह को मारा-पीटा और जान से मारने की धमकी दी थी.
हालांकि, विधायक प्रजापति ने बृहस्पतिवार (11 अक्टूबर) को फिर दोहराया कि ई-रिक्शा, साइकिल और बैलगाड़ी से बालू ढोने वालों को पुलिस के हवाले किए जाने की शिकायत मिलने पर खनिज अधिकारी को सर्किट हाउस में बुलाया गया था, उनके साथ मारपीट या बदसलूकी नहीं की गई.