बालिका दिवस पर 11 अक्टूबर को ग्रहण करेगी पदभार
लखनऊ : अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस 11 अक्टूबर के अवसर पर उत्तर प्रदेश के आंबेडकरनगर जिले की 22 वर्षीय युवती नई भूमिका का प्रभार ग्रहण करेंगी। शालिनी एक दिन के लिए यूरोपीय यूनियन प्रतिनिधि मंडल की सांकेतिक राजदूत बनेंगी। यह लड़की 10 राज्योंह की उन 17 लड़कियों में शामिल हैं, जो लड़कियों और युवा महिलाओं को समानता, स्वतंत्रता और शक्ति का प्रभावशाली संदेश देने के लिए 17 देशों के राजदूत और उच्चामयुक्तों की जिम्मेदारी संभालेंगी। यह सांकेतिक पदभार ग्रहण प्लान इंडिया द्वारा भारत में यूरोपीय यूनियन के प्रतिनिधिमंडल एवं नई दिल्लीक में 16 अन्य राजनयिक मिशन के सहयोग से आयोजित किया गया है। इन राजनयिक मिशनों में ऑस्ट्रेलिया, बेल्जिडयम, कनाडा, चेक गणराज्य, एस्टोरनिया, फिनलैंड, इस्राइल, जर्मनी, नीदरलैंड, पोलेंड, स्पेऑन, स्लो वेनिया, स्वीकडन, स्विटजरलैंड, डेनमार्क और अमेरिका शामिल हैं। शालिनी का अब तक का सफर आसान नहीं रहा है।
उन्होंने अपने परिवार में पुरुषों के प्रभुत्व को चुनौती देते हुए बाल विवाह करने का विरोध किया और शिक्षा ग्रहण की। वे सही मायनों में बाल अधिकारों की प्रबल समर्थक बनकर उभरीं और बालश्रम के विरुद्ध लड़ाई लड़ी। वे बच्चों की शिक्षा और बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता फैलाने में सक्रिय रूप से काम करती रही हैं। वे अपने गांव में 12 बाल विवाह रुकवाने में सफल रही हैं। उन्हें रानी लक्ष्मीबाई वीरता अवॉर्ड 2018 (बाल विवाह के विरोध करने के लिए) और क्लीनिक प्लस इंस्पिरेशन अवॉर्ड 2014 (लड़कियों को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने हेतु) समेत कई सम्मान मिल चुके हैं।
यह प्रभार मिलने पर शालिनी ने कहा कि दिल्ली आकर यूरोपियन यूनियन के प्रतिनिधि मंडल में बतौर राजदूत का पदभार ग्रहण करना मेरे लिए गर्व का क्षण है। मैं यह अवसर स्वीकार करूंगी ताकि अपनी साथी लड़कियों को बता सकूं कि वे अपने अधिकारों के लिए सामने आएं, लड़ें और समाज में बदलाव लेकर आएं। घर से बाहर निकलने से आपकी विचारधारा को नई दिशा मिलती है और इससे आप अपने परिवार के भविष्य के बारे में बेहतर तरीके से विचार कर सकते हैं। यह सांकेतिक पदभार ग्रहण प्लान इंडिया द्वारा भारत में यूरोपीय यूनियन के प्रतिनिधिमंडल एवं नई दिल्लीक में 16 अन्य राजनयिक मिशन के सहयोग से आयोजित किया गया है। इन राजनयिक मिशनों में ऑस्ट्रेलिया, बेल्जिडयम, कनाडा, चेक गणराज्य, एस्टोरनिया, फिनलैंड, इस्राइल, जर्मनी, नीदरलैंड, पोलेंड, स्पेन, स्लोवेनिया, स्वीडन, स्विटजरलैंड, डेनमार्क और अमेरिका शामिल हैं।