भारत में 10 हजार किलोमीटर नेशनल हाईवे का निर्माण हुआ
हमारा इंफ्रास्ट्रचर सेक्टर रिकार्ड गति से आगे बढ़ रहा है। भारत में 10 हजार किलोमीटर नेशनल हाईवे का निर्माण हुआ। भारत में। हर दिन सत्ताइस किलोमीटर निर्माण। पहले की सरकार से दोगुना गति। रेलवे लाइन में भी दोगुनी गति। अनेक शहरों देश को करीब सौ नए एयरपोर्ट और हेलीकाप्टर पेड बनाने का काम हो रहा है। भारत में सौ से ज्यादा नेशनल वाटरगेज बनाने का काम हो रहा है। भारत में हाउसिंग फार आल, पावर फार आल, बैंकिग फार आल जैसी अनेक योजनाएं लक्ष्य को पूरा करने की तरफ बढ़ रही हैं।
देश विदेश से निवेशकों के लिए भारत में बना सर्वोत्म माहौल
देश विदेश से निवेशकों के लिए भारत में सर्वोत्म माहौल बना है। हाल ही में शुरू आयुष्मान योजना से मेडिकल सेक्टर में निवेश की संभावना बढ़ी भारत में। आने वाले दिनों में टायर टू टायर थ्री शहरों में मेडिकल कालेज बनेंगे, नए अस्पताल बनेंगे। देश के 50 करोड़ से ज्यादा नागरिकों को इस योजना के तहत इंश्योरेंस एश्योरेंस मिल रहा है। अमेरिका कनाडा मैक्सिको से ज्यादा आबादी को लाभ मिलेगा। इसके लिए कितना इंवेस्टमेंट, अस्पतालों की जरूरत पड़ेगी। इन्वेस्टमेंट करने वाले को भी रिटर्न का एश्योरेंस है। पूंजी निवेश का बड़ा अवसर है। ऐसे शहरों में टायर टू व थ्री में शहरों में निवेश के लाखों अवसर बन रहे हैं।
उत्तराखंड विकास की पटरी में तेज गति से आगे दौड़ रहा
उत्तराकंड देश के उन राज्यों में हैं जो न्यू इंडिया हमारे डेमोग्राफिक रिपर्जेंट करता है। सरकार की तारिफ करते हुए उन्होंने कहा कि असीम संभावनाओं को अवसर में बदलने में उत्तराखंड त्रिवेंद्र सरकार प्रयासरत है। उत्तराखंड के युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार की संभावनाएं जगेंगी। पहाड़ी जितनी चुनौतियां हमारे सामने थी। लेकिन आज उत्तराखंड विकास की पटरी में तेज गति से आगे दौड़ रहा। चार साल से सरकार ने फैसला लिया अब एक करोड तक का ऋण कम समय के लिए स्वीकृत हो जाएगा। निवेशकों को सरकारी दफ्तरों से चक्कर न काटने पड़ें, इसके लिए आनलाइन किया गया है प्रक्रिया को।
चार साल के दौरान कनेक्टीविटी बढ़ाने के लिए उत्तराखंड में प्रयास किए गए हैं। गांव गांव सड़कें, चारधाम आल वेदररोड, ऋशिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन का काम हुआ है। इससे पर्यटन उद्योग को लाभ मिलेगा। एडवेंचर, मेडिशन, योगा को इसका लाभ मिलेगा। अब तो उत्तराखंड सरकार ने अलग उद्योग पालिसी बनाकर पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया। 18 साल में पहली बार जिलों में टूरिज्म डेस्टीनेशन बनाकर अच्छी पहल। राज्य को आर्गेनिक स्टेट बनाने में काम हो रहा है। केंद्र भी काम कर रही है। फूड प्रोसेसिंग को आगे बढ़ाने के लिए काम हो रहे हैं। इसमें भारत अग्रणिय है। पहले तीन स्थानों में भारत है
वन वर्ड, वन सन वन ग्रीन का है मूल मंत्र
किसानों को अधिक लाभ मिले, फूड प्रोसेसिंग से इसका लाभ मिलेगा। खेती में होने वाला वैल्यू एडिशन किसानों की आय बढ़ाने में भूमिका अहम। जितना ज्यादा खेती में इनवेस्टमेंट करेंगे इससे हिंदुस्तान की ग्रामीण इकनोमी को ताकत मिलेगी। रिन्यूवल एनर्जी के क्षेत्र में भारत दुनियां में ताकत बन रहा है। दुनियां की ऊर्जा की जरूरत पूरी हो पर्यावरण सुरक्षित रहे। इसके लिए वन वर्ड, वन सन वन ग्रीन मूल मंत्र है। उत्तराखंड एनर्जी सरप्लस बनने की क्षमता रखता है।पूरे हिंदुस्तान की जरूरत पूरी कर सकता है।
हर राज्य आगे बढ़ना चाहता है
दुनियां की सबसे बड़ी मोबाइल मेन्यूफेक्चरिंग यूनिट भारत में काम कर रही है। दुनियां के बड़े ब्रांड मेक इन इंडिया का हिस्सा है। इस इवेंट में जापान उत्तराखंड के साथ है। उत्तराखंड न्यू इंडिया की ग्रोथ को बढ़ाने के लिए आमंत्रित कर रहा हूं। भारत की प्रगति हमारे राज्यों की पोटेंशियल को चेनलाइज करें तो इस देश की विकास यात्रा को दुनियां में कोई नहीं रोक सकता है। राज्यों में स्पर्धा शुरू हुई। हर राज्य आगे बढ़ना चाहता है। जब राज्य अपनी क्षमताओं को लेकर चलता है तो वह कभी पीछे नहीं रह सकता है। दुनियां के कई देशों से हमारे राज्यों की ताकत ज्यादा है। पोटेंशियल भरा है हमारे राज्यों में दुनियां के कई छोटे देशों से ज्यादा।
18 साल की उम्र का महत्व होता है
हमारे नौजवानों में ताकत है। 18 साल की उम्र का महत्व होता है। उत्तराखंड की उम्र 18 साल है। इन 18 साल को बेकार न जाने दें। औषधियों के कारण, मां गंगा के कारण, तपस्या के कारण ऐसी जड़ है। उत्तराखंड में ऐसी जड़ है। विश्वास है रावत के नेतृत्व में 18 साल की उम्र में राज्य ऐसा कार्य करेगा। इसकी शुभ शुरूआत भगीरथ प्रयास से हुई। उत्तराखंड चिर पुरातन है। सरकार की उम्र 18 साल है। इस समय को बेकार न जाने दें। इसके उपयोग हो। एक ऐसी जड़ है मा गंगा, तपस्या और धर्म पर काम करें। सीएम रावत 25 वर्ष के मौके पर इस दिशा में काम करेंगे।
रिबन काटकर ‘उत्तराखंड इन्वेस्टर्स समिट’ का उद्घाटन किया
इससे पहले पीएम ने रिबन काटकर ‘उत्तराखंड इन्वेस्टर्स समिट’ का उद्घाटन किया। इन्वेस्टर्स समिट को जापान के अंबेसडर, अदानी ग्रुप, अडानी ग्रुप, पतंजलि के आचार्य बाल कृष्ण, महिंद्रा ग्रुप के पवन कुमार, आईटीसी के संजीव पुरी ने समिट को संबोधित किया। उत्तराखंड में उद्योगों की संभावनाओं पर अपने विचार रखे। सुबह पीएम मोदी वायुसेना के विशेष विमान से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचे। राज्यपाल बेबी रानी मौर्या, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह और पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूडी ने पीएम मोदी का स्वागत किया। इसके बाद पीएम मोदी वायुसेना के एमआइ-17 हेलीकॉप्टर से देहरादून के कार्यक्रम स्थल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम पहुंचे। पीएम मोदी ने रिबन काटकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इसके बाद पीएम को उत्तराखंड की खूबसूरती की तस्वीरें दिखाई गई। वीडियो क्लीपिंग के जरिये पीएम को राज्य में संभावनाएं बताई गईं। वन, पर्यटन, बागवानी, धर्म और संस्कृति के नजारे दिखाए गए। प्रदर्शनी देखने के दौरान पीएम मोदी ने फूड प्रोसेसिंग के स्टाल पर जानकारी ली। उद्घाटन के अवसर पर पारंपरिक मांगल गीत ‘दैंणा हुंय्या, खोलि का गणेशा..’ की प्रस्तुति दी गई। यह प्रस्तुति देने वाले 30 कलाकारों का दल उत्तराखंड के पारंपरिक परिधानों में सजा हुआ था।
विकास के साथ साथ यहां के लोगों ने प्रकृति के संरक्षण में भी दिया योगदान
इन्वेस्टर्स समिट के उद्घाटन अवसर पर मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करते हुए कहा कि उन्हीं की सोच और प्रेरणा से आज यह आयोजन किया जा रहा है। मुख्य सचिव ने हिमालय और प्रकृति की गोद मे स्थित गंगा, यमुना, संतों, सूफियों और गुरुओं की धरती को तप भूमि बताते हुए कहा कि आदि गुरु शंकराचार्य, गुरु गोविंद सिंह जी, सूफी संत हजरत साबिर कलियारी, स्वामी विवेकानंद और महात्मा गांधी की तपोभूमि है। यहां के लोगों की उद्यमिता की वजह से ही युवा स्टार्टअप, महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा निर्मित प्रसाद, सड़कों की मरम्मत, होम स्टे जैसी गतिविधियां चल रहीं हैं। विगत 18 वर्षों राज्य की प्रति व्यक्ति जीएसडीपी दस गुना बढ़कर 1.60 लाख रुपये हो गई है। रोड नेटवर्क 789 किलोमीटर प्रति 1000 वर्ग किलोमीटर हो गई है।
उन्होंने कहा कि विकास के साथ साथ यहां के लोगों ने प्रकृति के संरक्षण में भी योगदान दिया है। श्री सिंह ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि राज्य की अनूठी विशेषताओं का आकलन कर 12 क्षेत्रों को चिन्हित किया गया है। खाद्य प्रसंस्करण, पर्यटन एवं आतिथ्य, आयुष एवं वैलनेस, ऑटोमोबाइल और ऑटो उपकरण, फार्मास्युटिकल्स, नेचुरल फाइबर्स, हॉर्टिकल्चर एवं फ्लोरीकल्चर, जड़ी बूटी एवं सगंध पादप, आईटी, बायो टेक्नोलॉजी,नवीनीकरण ऊर्जा सेक्टर प्रमुख हैं।
वीडियो क्लीपिंग के जरिये दिखाई गई उत्तराखंड की खूबसूरती
इसके बाद निवेशकों को शार्ट वीडियो क्लीपिंग के जरिये उत्तराखंड की खूबसूरती दिखाई गई। यहां पूर्व में निवेश कर चुके निवेशकों ने अपने अनुभव शेयर किए। अमूल डेयरी के निदेश आरएस सोढ़ी ने समिट को संबोधित किया।
उत्तराखंड दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी कर सकता
अमूल डेयरी के मैनेजिंग डायरेक्टर आर एस सोढ़ी ने कहा कि उत्तराखंड में जितने दूध की खपत है उसका केवल 15 प्रतिशत ही यहां उत्पाद होता है। बाकी 85 फिसदी दूध बाहर से आता है। आने वाले समय में उत्तराखंड दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी कर सकता है।
चेक गणराज्य राज्य के विकास के लिए तत्पर
चेक रिपब्लिक के राजदूत मिलॉन होवार्का ने नमस्कार कहकर अपना संबोधन शुरू किया और योगा को सराहा। उत्तराखंड की तेज गति से विकसित हो रही अर्थव्यवस्था की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि चेक गणराज्य राज्य के विकास के लिए तत्पर है। कहा कि बायोमास, सोलर एनर्जी और ऑटो मोबाइल के क्षेत्र में चेक गणराज्य और उत्तराखंड के बीच में बेहतर तालमेल हो सकता है। इसके बाद उन्होंने समिट का बुलावा देने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को धन्यवाद कहा।
जापान सैनिटेशन और एग्रीकल्चर के क्षेत्र में देंगे सहयोग
जापान के उच्चायुक्त ने कहा कि जापान और भारत के बीच हमेशा से अच्छे संबंध रहे हैं। इसके बाद उन्होंने पीएम मोदी को जापान आने का निमंत्रण दिया। कहा कि हम उत्तराखंड को सैनिटेशन और एग्रीकल्चर के क्षेत्र में सहयोग देंगे।
यहां निवेश की हैं अपार संभावनाएं : प्रणव अडानी
अडानी ग्रुप के प्रणव अडानी के कहा कि हम उत्तराखंड ऑर्गेनिक कमॉडिटी मोड में निवेश कर रहे हैं। यहां निवेश की अपार संभावनाएं हैं।
12 हजार से ज्यादा जड़ी बूटियां उत्तराखंड में उपलब्ध: आचार्य बालकृष्ण
पतंजलि की ओर से समिट में शिरकत कर रहे आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि 12 हजार से ज्यादा जड़ी बूटियां उत्तराखंड में उपलब्ध हैं। इनमें कई दुर्लभ जड़ी बूटियां भी हैं। पतंजलि ने 30 हजार लोगों को रोजगार दिया है। देश का पहला फूड पार्क उत्तराखंड में पतंजलि द्वारा संचालित है।
महिंद्रा ने उत्तराखंड के विकास में योगदान दिया
महिंद्रा ग्रुप की ओर से पवन कुमार गोयंका ने पीएम मोदी, उत्तराखंड की राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मंत्रियों, अधिकारियों और निवेशकों का अभिवादन किया। कहा कि यहां का चारधाम दुनिया भर में प्रसिद्ध है। राज्य की स्थापना से लेकर अभी तक महिंद्रा ने उत्तराखंड के विकास में योगदान दिया। अभी तक महिंद्रा ने राज्य में 16 लाख गाड़िया और ट्रैक्टर बनाए हैं। राज्य की प्रगति की मनोकामना करते हुए उन्होंने उपस्थित निवेशकों से यहां निवेश करने का आग्रह किया।
गढ़वाली बोली के साथ सीएम ने किया निवेशकों का स्वागत
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरिद्वार, देहरादून के अलाव नये निवेशकों नइ हिल स्टेशन के दिए प्रस्ताव। साढ़े तीन हजार एनएच, 35 हजार किमी सड़कें हैं। सड़कों के जाल उधगों में मिलेगा लाभ। उड़ान योजना का मिलेगा लाभ। आल वेदर रोड का काम चल रहा है। दिल्ली और दून की नजदीकियां बढ़ी। मेट्रो और सड़क मार्ग में कई योजनाओं पर चल रहा काम। पुराने पर्यटन स्थलों के साथ साथ नये 13 डेस्टिनेशन पर चल रहा काम। 4000 मेगावाट की रिन्यूवल ऊर्जा की जरूरत।पिरूल की पत्तियों से ऊर्जा उत्पादन की योजना। ऑर्गनिक खेती पर 10 हजार क्लस्टर बनाये जा रहे हैं। गढ़वाली बोली के साथ सीएम ने किया निवेशकों का स्वागत।
उत्तराखंड राज्य बनने के करीब 18 साल के वक्फे में पहली बार हो रहे इस इन्वेस्टर्स समिट की खास बात यह भी है कि दो दिन तक तमाम बिजनेस लीडर्स पूंजी निवेश की मौजूदा संभावनाओं को खंगालने के साथ में उद्योगों को मैदान से लेकर पहाड़ के गांवों तक पहुंचाने के भविष्य के दीर्घकालिक एजेंडे को भी तय करेंगे। यह भी पहली बार है कि राज्य सरकार ने 12 कोर सेक्टर पर फोकस करते हुए डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट और नए नियमों के जरिये उद्योगों को फूलने-फलने की आधार भूमि तैयार की है।
यह मशक्कत कामयाब रही तो नए उद्योगों के साथ हजारों हाथों को रोजगार देने की सरकार की मुराद पूरी हो सकती है। उत्तराखंड में इन्वेस्टर्स समिट के आगाज के साथ बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे के विकास, शहरों की सूरत बदलने की नई मुहिम समेत विभिन्न क्षेत्रों में पूंजी निवेश की दस्तक हो चुकी है। विभिन्न प्रदेशों में रोड शो, कॉन्क्लेव समेत उद्यमियों और पूंजी निवेशकों से मुलाकात और निरंतर संवाद के चलते करीब 80 हजार करोड़ के निवेश के प्रस्ताव राज्य सरकार को मिल चुके हैं। मोदी लहर के बूते प्रदेश में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आई सरकार को केंद्र के डबल इंजन का भरपूर सहयोग का नतीजा इन्वेस्टर्स समिट के रूप में सामने है।
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह दो दिनी समिट का समापन करेंगे। यही नहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, सुरेश प्रभु व हरसिमरत कौर बादल इन्वेस्टर्स समिट के विभिन्न सत्रों की शोभा बढ़ाएंगे। चेक रिपब्लिक और जापान इस समिट के पार्टनर कंट्री हैं।
कनफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर जनरल चंद्रजीत बनर्जी, अमूल डेयरी के आरएस सोंधी, मेदांता-द मेडिसिटी के चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ नरेश त्रेहान, जापान के राजदूत केंजी हिरामत्सु व चेक रिपब्लि्क के राजदूत मिलाना होवेरका, आदित्य बिरला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिरला, महिंद्रा ग्रुप के आनंद महिंद्रा, टाटा संस के चेयरमैन नटराजन चंद्रसेकरन, बाबा रामदेव समेत कई नामी-गिरामी हस्तियां इन्वेस्टर्स समिट में शिरकत कर रही हैं। दो दिनी समिट में कुल 12 सत्र होंगे।