मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने शनिवार को घोषणा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में एक साथ चुनाव होंगे. मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में तत्काल प्रभाव से (शनिवार से) आचार संहिता लागू की जाती है. साथ ही उन्होंने कहा कि 15 दिसंबर से पहले 4 राज्यों में चुनावी प्रकिया पूरी करनी है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयुक्त अशोक लवासा एवं सुनील अरोड़ा भी मौजूद हैं. मुख्य चुनाव आयुक्त द्वारा दी गई प्रमुख जानकारियां
-मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम कुछ जरूरी वजहों में चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस में देरी हुई.
-एक राज्य के चुनाव की तारीखें तय न होने से प्रेस कॉन्फ्रेंस में देरी हुई.
-प्रेस कॉन्फ्रेंस का वक्त बदलने की वजह राजनीतिक नहीं.
-15 दिसंबर से पहले 4 राज्यों में चुनावी प्रकिया पूरी करनी है.
-छत्तीसगढ़ विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी, मध्यप्रदेश का 7 जनवरी, राजस्थान का 28 जनवरी, जबकि मिजोरम विधानसभा का कार्यकाल 15 दिसंबर को पूरा हो रहा है.
-तेलंगाना में अभी चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं होगा.
-सभी चार राज्यों में एक साथ चुनाव होंगे.
-मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में तत्काल प्रभाव से आचार संहिता लागू की जाती है.
-चुनावों में वीवीपैट मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा.
-चुनावों की पारदर्शिता के लिहाज से पूरी प्रकिया की सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी. वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी.
चुनाव में हर प्रशासनिक अधिकारी पर चुनाव आयोग की नजर रहेगी.