शहर के सपूत श्यामसिंह राजावत की जम्मू के अखनूर में गोली लगने से मौत हो गई थी। सेना की टुकड़ी आज सुबह जैसे ही ही जवान श्यामसिंह राजावत का पार्थिव शरीर लेकर भिंड पहुंचीं तो परिजनों और भिंड विधायक नरेंद्र सिंह कुश्वाह का सेना की टुकड़ी से विवाद हो गया। इस दौरान विधायक के समर्थकों और सेना के जवानों के बीच झूमाझटकी हो गई।इसके बाद विधायक के समर्थकों ने कलेक्ट्रेट ऑफिस के बाहर अंवतीबाई चौराहे पर चक्काजाम कर दिया है। खुद विधायक भी सड़क पर बैठक गए। परिवारवाले और भिंड विधायक मृतक जवान श्यामसिंह राजावत की मौत की असल वजह जानना चाह रहे हैं।
परिवार वाले एक जेसीओ पर जवान की हत्या का गंभीर आरोप लगा रहे हैं। परिवार वालों का कहना है कि मृतक जवान श्यामसिंह राजावत ने 27 सितंबर को घर पर फोन किया था और एक जेसीओ पर परेशान करने की बात कही थी। इसके बाद ही श्यामसिंह राजावत की मौत की खबर घर पहुंचीं। इसलिए परिवार वालों को उस जेसीओ पर शक है।
इस बीच विधायक और परिवार वालों ने मृतक जवान को शहीद का दर्जा देने की मांग की है। इसे लेकर विधायक सीएम शिवराज सिंह चौहान से भी बात करेंगे। परिजनों की ये मांग है कि जवान की हत्या हुई है या उसने आत्महत्या की है, ये सच सामने आ चाहिए। इस बीच परिजन ने पार्थिव शरीर लेकर गांव जाने वाली एंबुलेंस को भी रोक दिया है। और वो इस मामले में जब तक ठोस कार्रवाई नहीं होती है तब तक चक्काजाम करने की बात कह रहे हैं।
ऐसे हुई थी घटना
जवान को गोली उस समय लगी जब वह सुबह करीब 6 बजे अपनी पोस्ट पर जा रहा था। सुबह करीब 9 बजे जम्मू से सेना के अधिकारियों ने फोन कर सूचना दी। बेटे के मौत की सूचना मिलते ही परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था।
श्यामसिंह राजावत (22) पुत्र रमेश सिंह राजावत निवासी ककहारा हाल दुर्गानगर की जून 2016 में जबलपुर से आर्मी की सिग्नल कोर में में भर्ती हुई थे। वर्तमान में श्यामसिंह जम्मू के अखनूर में तैनात थे। जवान के चाचा मुन्ने सिंह राजावत के मुताबिक बुधवार सुबह कंपनी से फोन आया कि सुबह 6 बजे पोस्ट में जाते समय किसी ने टुकड़ी पर हमला कर दिया। इसमें एक गोली श्यामसिंह के सीने में लगी है। जिससे उसकी मौत हो गई। मृतक के चाचा के मुताबिक उन्होंने कंपनी में दोबारा फोन किया, तो किसी ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया है।
बड़ा भाई एसएसबी में पदस्थ
मृतक के चाचा मुन्ने सिंह राजावत के मुताबिक श्यामसिंह के पिता किसानी करते हैं। जबकि बड़ा भाई रामदयालसिंह एसएसबी (सीमा सुरक्षा बल) में है। वर्तमान में वह असम में पदस्थ है। श्यामसिंह से छोटा भाई अभी पढ़ रहा है।