लखनऊ। अपनी कार्यशैली को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले आईपीएस प्रभाकर चौधरी फिर एकबार चर्चा में बने हुए हैं। इस बार वो अपने विभाग में भ्रष्टाचार में लिप्त पुलिस कर्मियों के निलंबन को लेकर चर्चा में हैं। बताते चले कि बरेली के इज्जत नगर थाने में तैनात दारोगा सचिन शर्मा समेत 4 पुलिसकर्मियों को एसएसपी एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने रिश्वतखोरी के मामले में निलंबित कर दिया है । साथ उनके खिलाफ विभागीय जांच का आदेश दिया भी दिया।
योगी सरकार की सख्ती के बावजूद भी घूस लेकर काम करने की अपनी हरकतों से पुलिस बाज नहीं आ रही है। ऐसे में बरेली के एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने भ्रष्ट पुलिसकर्मियों पर शुक्रवार को कड़ी कार्रवाई की। एसएसपी ने इज्जत नगर थाने में तैनात दारोगा सचिन शर्मा, सिपाही अनिल पाल, सिपाही शुभम कुमार और सिपाही अंकित कुमार को भ्रष्टाचार और कर्तव्यों का पालन ना करने के चलते निलंबित कर दिया। इसके साथ ही उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिये।
बता दें कि बरेली जिला जेल में माफिया अतीक अहमद का भाई अशरफ अहमद बंद है। अशरफ और उसके गुर्गों के खिलाफ बरेली के बिथरी चैनपुर थाने में एक मुकदमा दर्ज किया गया है। उस मुकदमे में जिन गुर्गों की संलिप्तता पाई जा रही है। उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस कड़ी कार्रवाई कर रही है। पुलिस की इस कार्रवाई में बरेली के इज्जत नगर थाना क्षेत्र के रहने वाले फरहद उर्फ गुड्डू का नाम भी अशरफ के गुर्गे के रूप में सामने आया था।
जब यह जानकारी इज्जत नगर थाने में तैनात दारोगा सचिन शर्मा और उनके साथी सिपाही अनिल कुमार, शुभम कुमार और अंकित को लगी तो फरहद उर्फ गुड्डू को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन जेल भेजने की बजाय 25 हजार रुपये रिश्वत लेकर छोड़ दिया। इसकी जानकारी मिलते ही भ्रष्ट पुलिस कर्मियों पर निलंबन की कार्यवाही करते हुए एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने विभागीय जाँच भी बैठा दी।