उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाल ही में महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस में कुलाधिपति के रूप में शामिल हुए जहां उन्होंने महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के छात्रों को संबोधित किया। उन्होंने महात्मा गांधी कॉलेज में स्वर्गीय प्रेम नारायण श्रीवास्तव की प्रतिमा का उद्घाटन भी किया।
उन्होंने बेहतर छात्र संस्कृति के विकास की अपील करते हुए कहा कि “हमें शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में चुनौतियों के लिए तैयार रहना होगा। हमें अनुसंधान और विकास पर अधिक ध्यान देना चाहिए। पीएम मोदी चाहते हैं कि भारत शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में वैश्विक रैंकिंग में शीर्ष स्थान प्राप्त करे।”
गौरतलब है कि पिछले साल महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर जिले का तीसरा विश्वविद्यालय बन गया था। राज्यपाल ने प्रदेश में जिन तीन निजी विश्वविद्यालयों के संचालन का अध्यादेश जारी किया था, उसमें गोरखनाथ विश्वविद्यालय भी शामिल है। तब यह कहा गया था कि अगले सत्र से विश्वविद्यालय प्रबंधन ने 30 से अधिक रोजगार पाठ्यक्रमों के संचालन की योजना बनाई है।
महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. यूपी सिंह का कहना है कि 1932 में परिषद की स्थापना के साथ ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ ने पूर्वांचल की शिक्षा व्यवस्था के जिस मॉडल का सपना देखा था, वह गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में अब पूरा हुआ है। यह विश्वविद्यालय विश्वस्तरीय बनें, इसके लिए हम संकल्पित हैं।