- गरीबों को मकान देने का संकल्प पूरा कर रही मोदी-योगी की डबल इंजन सरकार
- प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत वाराणसी के दासेपुर हरहुआ में बनाये गये हैं फ्लैट
- हाल ही में पीएम मोदी ने चयनित लाभार्थियों को दिया था फ्लैट का तोहफा
- आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं 1 बीएचके फ्लैट, पहले चरण में 200 फ्लैट में होगा गृह प्रवेश
- 1 बेडरूम, किचन, हॉल और बॉलकनी के साथ गरीबों को दिये गये हैं फ्लैट
- फिनिशिंग का काम पूरा होने के बाद अगस्त के अंत तक गृह प्रवेश की तैयारी
वाराणसी । गरीब, दिव्यांग, विधवा और आश्क्त बेघर लोगों के सिर पर छत का सपना जल्द पूरा होने जा रहा है। योगी सरकार के सौ दिन पूरे होने के बाद जब पहली बार 7 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी आए थे तो ऐसे लाभार्थियों को उनके घरों का तोहफा देकर गये थे। अब योगी सरकार इन लाभार्थियों को अगस्त के अंतिम सप्ताह तक गृह प्रवेश कराने जा रही है।
महज दो लाख में 1 बीएचके फ्लैट
प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) में लाभार्थियों को महज़ दो लाख में वन बीएचके फ्लैट की सौग़ात मिली है। योजना के घटक अफोर्डेबल हाउसिंग इन-पार्टनरशिप के अन्तर्गत ग्राम दासेपुर, हरहुआ में 608 ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से कमज़ोर) भवनों का निर्माण हुआ है, जिसकी लागत 27.32 करोड़ रुपये हैं।
बनकर तैयार हो गये 608 फ्लैट
वाराणसी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष ईशा दुहन ने बताया कि हरहुआ के दासेपुर में 1.45 हेक्टेयर में बने 608 फ्लैट बन कर तैयार हो गये हैं। अगस्त के अंतिम सप्ताह तक औपचारिकता पूरी कर चुके 200 से अधिक घरों के मालिक गृह प्रवेश करेंगे। लाभार्थियों को अपना घर चार किस्तों में महज 2 लाख में मिला है, जबकि प्रत्येक आवास की कीमत 4.50 लाख रुपये है। इसमें केंद्र सरकार की ओर से 1.5 लाख और राज्य सरकार की ओर से 1 लाख रुपये की सब्सिडी दी जा रही है।
पार्क और पार्किंग की भी मिलेगी सुविधा
ईशा दुहन ने बताया कि 1 बीएचके का फ्लैट 40 स्क्वायर मीटर में बना है। इस फ्लैट में 1 बेडरूम, ड्राइंग रूम हॉल, किचन और बालकनी है। इसके अलावा पार्क, पार्किंग और समुचित ग्रीन एरिया है। योजना के आवंटन में दिव्यांग, विधवा, एकल महिला, वरिष्ठ नागरिक आदि के अलावा अन्य आरक्षण नियमानुसार दिया गया है।
लॉटरी सिस्टम से किया गया चयन
उन्होंने बताया कि पीएमएवाई योजना कमजोर वर्ग के लिए है, इसमें करीब 2000 आवेदन आए थे। आवास की संख्या के अनुसार लाभार्थियों का चयन लॉटरी सिस्टम से किया गया है। बाकी आवेदनों को प्रतीक्षा सूची में रखा गया है।