केंद्र सरकार ने यूजीसी (विश्वविद्यालय माने जाने वाले संस्थान) अधिनियम, 2019 के तहत उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर, नोएडा में ‘इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ हेरिटेज’ (आईआईएच) को एक डीम्ड यूनिवर्सिटी के रूप में स्थापित करने का निर्णय लिया है। यह भारतीय विरासत एवं सम्पदा संरक्षण के क्षेत्र में उच्च शिक्षा तथा अनुसंधान सुविधा प्रदान करने वाला देश में अपनी तरह का एकमात्र संस्थान होगा।
सरकार की देश में इस तरह के और अन्य संस्थान बनाने की अभी कोई योजना नहीं है। इस बात की सूचना केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी.किशन रेड्डी ने राज्यसभा में दी है। यह विश्वस्तरीय शैक्षणिक केंद्र होगा और यहां पर पढ़ाई के साथ-साथ शोध और भारतीय सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण पर काम किया जाएगा।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साल 20-21 के बजट में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ हेरिटेज बनाने की घोषणा की थी और संसद के मानसून सत्र के प्रथम दिन केंद्रीय संस्कृति मंत्री ने घोषणा कर दी थी कि इसका निर्माण नोएडा में होगा।
केंद्र सरकार द्वारा यहां पर स्नातक से लेकर पीएचडी तक डिग्री के कोर्स कराए जाएंगे। यहां छात्रों को हिस्ट्री ऑफ आर्ट्स, संरक्षण, म्यूजियम विज्ञान, पुरातत्व शास्त्र, अभिलेख-मुद्रा शास्त्र, पांडुलिपि विज्ञान जैसे महत्वपूर्ण विषयों का विशेष अध्ययन कराया जाएगा। संस्कृति मंत्रालय के अधीनस्थ इन विषयों के विभागों में कार्यरत कर्मियों को इस संस्थान से जोड़ा जाएगा। इसके लिए उन्हें प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।