अंतरराष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस (3 सितंबर ) के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा गोरखपुर में बन रहे दुनिया के पहले राज गिद्ध प्रजनन एवं संवर्धन केंद्र के निर्माण का कार्य जोर शोर पर है। वैसे तो भारत में वर्तमान में असम, मध्य प्रदेश, हरियाणा और पश्चिम बंगाल सहित कुल चार जगहों पर गिद्धों के प्रजनन एवं संवर्धन केंद्र खोले गए हैं लेकिन इनमें से कोई भी राज गिद्ध के लिए नहीं है।
गोरखपुर वन प्रभाग के महराजगंज पार्ट के फरेंदा के भारी-वैसी में निर्मित पहले ‘रेड हेडेड व्लचर प्रजनन एवं संवर्धन’ केंद्र के लिए 1.06 करोड़ रुपये का बजट और मिल गया है। साल 2021 में इस प्रोजेक्ट पर अब तक 80.24 लाख रुपये की धनराशि से तमाम निर्माण कार्य और जरूरी उपकरण खरीदे जा चुके हैं।
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने सेव टाइगर की तर्ज पर सेव जटायु प्रोजेक्ट की शुरुआत की है जिससे राज गिद्धों का संरक्षण किया जा सके। उत्तर प्रदेश में राज गिद्धों की संख्या बढ़ाने के लिए बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी और योगी सरकार के बीच में 15 साल का समझौता हुआ है।
गोरखपुर में बनने वाले राज गिद्ध प्रजनन एवं संवर्धन केंद्र में वर्ष 2022-23 में सात जोड़ी राज गिद्ध इस केंद्र में लाए जाएंगे। उसके बाद वर्ष 2023-24 में दो जोड़ी और राज गिद्ध लाए जाएंगे। इस केंद्र में गिद्धों की संख्या बढ़ाने का कार्य किया जाएगा।
जटायु प्रोजेक्ट पर खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार निगरानी रख रहे हैं। हर तीसरे महीने प्रोजेक्ट से जुड़ी प्रगति पर प्रजेंटेशन योगी जी देख रहे हैं। इस मामले पर वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना भी बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी से संपर्क बनाए हुए हैं।