आयुष मंत्रालय द्वारा उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित कमला नेहरू नगर में बनवाए जा रहे उत्तरी भारत के पहले राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान (National Institute of Unani Medicine) का निर्माण कार्य हाल ही में पूरा हो गया है।
नवनिर्मित राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान का निरीक्षण केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने हाल ही में किया और उन्होंने कहा कि ” यहां न केवल देश बल्कि विदेश के लोग भी शिक्षा, चिकित्सा और अनुसंधान के लिए आएंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल निर्देशन में आयुष (आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी) को दुनिया में अलग पहचान मिली है” ।
बता दें कि 10 एकड़ भूमि में बने इस संस्थान का निर्माण कार्य सितंबर 2019 में शुरू किया गया था, सितंबर 2022 में इसे पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। समय से पहले ही भारत सरकार के उपक्रम वाप्कोस लिमिटेड ने इसे तैयार कर दिया है।
इस संस्थान की सुविधाओं की बात करें तो यहां मरीजों के लिए 200 बेड की सुविधा है, जिसमें बच्चों के लिए भी अलग से वार्ड बनाया गया है। राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान में 14 विभाग होंगे। यहां पर विद्यार्थी परास्नातक के साथ ही डाक्टरेट भी कर सकेंगे। एक कक्षा में सात और कुल 98 विद्यार्थी यहां पर शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त 22 विद्यार्थी अनुसंधान कर सकेंगे। विद्यार्थियों के रहने के लिए यहां पर गर्ल्स और ब्वायज हास्टल भी बनाया गया है। संस्थान के अंदर 425 कारों की पार्किंग की सुविधा भी दी गई है।