आलोक गुप्ता जिनका कार्यकाल पिछले माह समाप्त हो गया था अब उनकी जगह राजर्षि गुप्ता ने ओएनजीसी विदेश लिमिटेड (ओवीएल) के नए प्रबंध निदेशक का पद संभाला है। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ओएनजीसी की विदेशी निवेश इकाई ओएनजीसी विदेश लिमिटेड (ओवीएल) ने हाल ही में यह घोषणा की है ।
राजर्षि गुप्ता के पास पास ओएनजीसी के विभिन्न पदों पर काम करने का 33 साल का अनुभव है। इसके पहले वह ओएनजीसी में कार्यकारी निदेशक और कॉरपोरेट रणनीति एवं नियोजन प्रमुख के पद पर कार्यरत थे।
ओएनजीसी विदेश लिमिटेड भारत सरकार के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत केंद्र सरकार का एक मिनीरत्न अनुसूची “ए” केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम (सीपीएसई) है जो तेल और प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड (ONGC) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक और विदेशी शाखा है।
ओएनजीसी विदेश लिमिटेड (ओवीएल) भारत की दूसरी सबसे बड़ी तेल कंपनी है जिसका प्राथमिक व्यवसाय विदेशों में तेल और गैस परिसंपत्तियों की खोज, विकास और उत्पादन है। ओवीएल का आकार केवल उसकी मूल कंपनी भारत के राज्य तेल और प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड (ओएनजीसी) द्वारा बढ़ा दिया गया है। ओवीएल की 17 देशों में 37 तेल और गैस परिसंपत्तियों में हिस्सेदारी है और भारत के तेल और प्राकृतिक गैस उत्पादन में क्रमशः 14.9 और 12.9% का योगदान है। लैटिन अमेरिका में ओवीएल की ब्राजील, कोलंबिया और वेनेजुएला में हिस्सेदारी है।