(स्कीट में भारत को दिलाया पहला गोल्ड )
नई दिल्ली। मैराज अहमद खान विश्व कप के स्कीट इवेंट में गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष निशानेबाज बन गए हैं । 40 शॉट के फाइनल में उत्तर प्रदेश के 46 वर्ष के मैराज खान ने 37 का स्कोर करके कोरिया के मिंसु किम (36) और ब्रिटेन के बेन लीवेलिन (26) को पीछे छोड़ते हुए आईएसएसएफ विश्व कप में पुरुषों की स्कीट स्पर्धा में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिला दिया है। यह भारत के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। गौरतलब है कि मैराज अहमद खान भारत के अनुभवी निशानेबाजों में से एक हैं।
दो बार के ओलंपियन और इस बार चांगवन में भारतीय दल के सबसे उम्रदराज सदस्य मैराज ने 2016 में रियो दि जिनेरियो विश्व कप में रजत पदक जीता था। इससे पहले अंजुम मुद्गिल , आशी चौकसी और सिफ्ट कौर सामरा ने महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था।
इसके साथ ही भारत 13 पदक (पांच स्वर्ण, पांच रजत और तीन कांस्य) जीतकर अभी भी पदक तालिका में शीर्ष पर है। साउथ कोरिया के चांगवन में जारी आईएसएसएफ विश्व कप में यह भारत की एक अभूतपूर्व उपलब्धि है।
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के रहने वाले मैराज शूटिंग में आने से पहले क्रिकेट में भी हाथ आजमा चुके हैं। मेराज ने खुर्जा के केपी मांटेसरी स्कूल से 5वीं तक की पढ़ाई कीथी फिर बुलंदशहर स्थित एक कान्वेंट स्कूल से 8वीं करने के बाद उन्होंने खुर्जा से ही 10 प्लस टू (यूपी बोर्ड) किया, जिसके बाद वह जामिया चले गए थे। मेराज के पिता दिल्ली प्रगति मैदान में होटल का बिजनेस करते थे। धीरे धीरे अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करते हुए मेराज ने ख़ुद को भारत के अच्छे निशानेबाजों की सूची में शामिल कर लिया ।