नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) से जुड़ी दो योजनाओं ”राइजिंग एंड एक्सेलरेटिंग एमएसएमई परफॉर्मेंस” (रैंप) और ”पहली बार के एमएसएमई निर्यातकों की क्षमता निर्माण” (सीबीएफटीई) योजना का शुभारंभ किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) से जुड़ी नई सुविधाएं भी लॉन्च कीं। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर राष्ट्रीय एमएसएमई पुरस्कार 2022 भी वितरित किए। यह पुरस्कार भारत के गतिशील एमएसएमई क्षेत्र के विकास और विकास में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए एमएसएमई, राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों, महत्वाकांक्षी जिलों और बैंकों के योगदान को मान्यता देते हैं।
इस मौके पर केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री नारायण राणे ने स्वागत भाषण में आयात पर निर्भरता कम करने और निर्यात को बढ़ावा देने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने भारत को आत्मनिर्भर बनाने में एमएसएमई की भूमिका को रेखांकित किया। कार्यक्रम में एमएसएमई राज्यमंत्री भानू प्रताप सिंह सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे।