संयुक्त राष्ट्रमहासभा में मंगलवार का दिन बहुत खास था। दुनियाभर के राष्ट्र प्रमुख यहां जुटे हैं, लेकिन सबका ध्यान न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जसिंडा आर्दर्न की तरफ था। कारण – जसिंडा अपनी तीन माह की बेटी को लेकर यहां पहुंची थीं। संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतिहास में यह पहला मौका है जब कोई महिला राष्ट्रप्रमुख अपने नवजात के साथ यहां पहुंची हों।
मालूम हो इसी साल जून में जसिंदा ने बेटी को जन्म दिया था। 21 जून को डिलीवरी से पहले उन्होंने पीएम पद की पूरी जिम्मेदारी डिप्टी पीएम को सौंप दी थी। तब जोसिंडा दुनिया की दूसरी ऐसी महिला प्रधानमंत्री बनी थीं, जो पद पर रहते हुए मां बनीं हैं। पहली बार यह उपलब्धि पाकिस्तान की प्रधानमंत्री रहते बेनजीर भुट्टो ने हासिल की थी। 37 साल की जेसिंडा पिछले साल अक्टूबर में प्रधानमंत्री बनी थीं।
बता दें, बेनजीर भुट्टो ने 1990 में प्रधानमंत्री रहते 25 जनवरी को बेटी असीफा को जन्म दिया था। बेनजीर भुट्टो और आसिफ अली जरदारी की यह दूसरी संतान थी। इससे पहले विपक्ष में रहते हुए बेनजीर ने 21 सितंबर 1988 को बेटे बिलावल को जन्म दिया था। इसके तीन माह बाद ही पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने चुनाव जीता और भुट्टो प्रधानमंत्री बनीं। मालूम हो, 27 दिसंबर 2007 को भुट्टो की हत्या कर दी गई थी।
जेसिंडा ने जनवरी 2018 में इस खुशखबरी का ऐलान किया था। तब उन्होंने कहा था कि ये चौंकाने वाली खबर है, पर वे और उनके पति क्लार्क गेफोर्ड बेहद खुश हैं।
जेसिंडा ने यह भी कहा था कि वह बच्चे के जन्म के बाद छह माह का अवकाश लेंगी। उस समय डिप्टी पीएम सारा कार्यभार संभालेंगी और वह फोन पर उपलब्ध रहेंगी।