नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार सोमवार को सप्ताह के पहले कारोबारी दिन ही बुरी तरह से गिरकर बंद हुए। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सेंसेक्स में 949.32 अंक की और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में 284.45 अंक की गिरावट आई। दिन भर के कारोबार के दौरान बाजार चौतरफा बिकवाली के दबाव में फंसा रहा। बीच में घरेलू संस्थागत निवेशकों ने खरीददारी कर बाजार को संभालने की कोशिश भी की, लेकिन विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की ओर से हुई जोरदार बिकवाली के कारण शेयर बाजार लगातार लुढ़कता चला गया, जिसकी वजह से दिन भर के कारोबार में निवेशकों के 4.29 लाख करोड़ रुपये स्वाह हो गए।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स आज 81.55 अंक की मामूली बढ़त के साथ खुला। लेकिन कारोबार की शुरुआत में ही बाजार में बिकवाली का दबाव बन गया। थोड़ी देर में ही सेंसेक्स गिरकर 57,501 अंत के स्तर पर पहुंच गया। इस स्तर पर हुई खरीददारी ने सेंसेक्स को एक बार मामूली सपोर्ट भी दिया, जिसके कारण ये सूचकांक डेढ़ सौ अंक ऊपर गया। लेकिन इसके बाद हुई गिरावट ने शुरुआती 20 मिनट के कारोबार में ही सेंसेक्स को 353.62 अंक की कमजोरी के साथ 57,342.84 अंक के स्तर पर तक पहुंचा दिया।
बीच-बीच में होने वाली खरीददारी के कारण सेंसेक्स की स्थिति में कभी-कभी सुधार होता हुआ भी दिखा, लेकिन बिकवाली का दबाव इतना ज्यादा था कि सेंसेक्स लगातार गिरता रहा। बाजार में ये गिरावट दोपहर 12:30 बजे तक जारी रही। इस समय तक सेंसेक्स 500 अंक से अधिक गिरकर 57,168.12 अंक तक पहुंच गया था। इसके बाद घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने खरीददारी करके बाजार को संभालने की कोशिश की। जिसके कारण सेंसेक्स की गिरावट पर तो रोक लगी ही, इसकी स्थिति में कुछ सुधार होता हुआ भी नजर आया। लेकिन दोपहर 2 बजे के बाद एक बार फिर बिकवाली का दबाव बढ़ गया, जिसके कारण सेंसेक्स 57 हजाक अंक के दायरे से भी नीचे लुढ़क गया।
आज का कारोबार बंद होने के कुछ मिनट पहले बिकवाली का दबाव इतना बढ़ा कि सेंसेक्स 1,008.84 अंक की गिरावट के साथ 56,687.62 अंक के स्तर तक पहुंच गया। हालांकि कारोबार के आखिरी वक्त में इंट्रा-डे सेटेलमेंट के कारण सेंसेक्स की स्थिति में कुछ सुधार हुआ और ये सूचकांक 949.32 अंक की कमजोरी के साथ 56,747.14 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की तरह ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी ने भी आज 12.35 अंक की सांकेतिक मजबूती के साथ 17,209.05 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की। शुरुआती कारोबार में ही निफ्टी बिकवाली के दबाव में गिर कर 17,132.90 अंक के स्तर पर पहुंच गया। लेकिन इसके बाद शुरू हुई खरीददारी ने निफ्टी को मजबूती दी, जिसके बल पर निफ्टी शुरुआती 10 मिनट के कारोबार में ही उछलकर 17,216.75 अंक के स्तर तक पहुंच गया। हालांकि इसके बाद एक बार फिर बाजार में बिकवाल हावी हो गए और इसके बाद निफ्टी लगातार गिरता चला गया।
बाजार में लगातार हो रही बिकवाली के कारण निफ्टी कि ये गिरावट दोपहर 12:30 बजे तक जारी रही। हालांकि इसके बाद बाजार में खरीददारी शुरू होने के कारण इस गिरावट पर अगले डेढ़ घंटे तक रोक लगी रही। लेकिन दोपहर 2 बजे के बाद एक बार फिर बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने जमकर बिकवाली शुरू कर दी, जिसके कारण बाजार बंद होने के थोड़ी देर पहले निफ्टी 17 हजार अंक के दायरे से लुढ़क कर 305 अंक की कमजोरी के साथ 16,891.70 अंक के स्तर तक पहुंच गया। हालांकि दिन के सौदों के निपटारे की वजह से निफ्टी की स्थिति कुछ सुधरी और ये सूचकांक 284.45 अंक की कमजोरी के साथ 16,912.25 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
जोरदार बिकवाली के दबाव की वजह से आज दिन भर के कारोबार में सेंसेक्स में शामिल सभी 30 शेयर गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुए। इसी तरह निफ्टी के भी सभी 11 सेक्टोरल इंडेक्स गिरावट के साथ लाल निशान में ही बंद हुए। निफ्टी के आईटी इंडेक्स में सबसे अधिक 2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इसी तरह फार्मा सेक्टर, ऑटो और एफएमसीजी सेक्टर में भी 1.5 प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की गई।
बाजार में हुई चौतरफा बिकवाली के कारण लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप शुक्रवार के 261.02 लाख करोड़ रुपये से घटकर 256.73 लाख करोड़ रह गया। इस तरह दिन भर के कारोबार में ही लिस्टेड कंपनियों के मार्केट कैप में 4.29 लाख करोड़ रुपये की कमी आ गई।
दिग्गज शेयरों में से आज सबसे ज्यादा 7.01 प्रतिशत की गिरावट कोल इंडिया में दर्ज की गई। इसके अलावा इंडसइंड बैंक 3.73 प्रतिशत, टाटा कंस्ट्रक्शन 3.45 प्रतिशत, बजाज फिनसर्व 3.4 प्रतिशत और एचसीएल टेक्नोलॉजी 2.98 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए।