शोपियां में तीन पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद शुक्रवार को करीब 45 स्पेशल पुलिस ऑफिसर (एसपीओ) और दो कांस्टेबल ने पुलिस संगठन की नौकरी से इस्तीफा देने का एलान कर दिया। हालांकि उन्होंने पुलिस विभाग को अब तक लिखित में इस्तीफा नहीं भेजा है।
इस्तीफे की खबर केवल अफवाह
इस बीच राज्य पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने इस्तीफे की खबरों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि यह सिर्फ शरारती तत्वों द्वारा राज्य पुलिस का मनोबल गिराने और आम लोगों में डर पैदा करने लिए दुष्प्रचार का हिस्सा है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी आधिकारिक बयान में एसपीओ के इस्तीफों की खबर को अफवाह बताया है।
इस्तीफे की कॉपी दिखाने को कर रहे आतंकी
तीन पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद शुक्रवार को कुलगाम और अवंतीपोरा जिलों में 45 एसपीओ व दो नियमित पुलिसकर्मी ने इस्तीफे का एलान किया है। इस्तीफे का एलान स्थानीय मस्जिदों व सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड करके किया गया। इस्तीफों की तस्दीक करने के लिए हिज्ब कमांडर रियाज नायकू के आतंकी पुलिसकर्मियों के घर जाकर उनसे इस्तीफे की कॉपी दिखाने को कह रहे हैं।
पांच माह में 66 से ज्यादा इस्तीफे का एलान
आतंकियों की धमकियों के डर से अप्रैल से अब तक कश्मीर में पुलिस की नौकरी छोड़ने का एलान करने वाले पुलिसकर्मियों की संख्या 66 से ऊपर हो गई है।
पुलिस में 32 हजार से ज्यादा एसपीओ कार्यरत
राज्य पुलिस में 32 हजार से ज्यादा एसपीओ कार्यरत हैं। एसपीओ पुलिस संगठन के नियमित कर्मी नहीं होते हैं और इन्हें एक निश्चित मासिक मानदेय प्रदान किया जाता है। यह आतंकरोधी अभियानों से लेकर सामान्य पुलिस गतिविधियों में आवश्यकता अनुरूप एक पुलिसकर्मी की तरह ही सहयोग करते हैं।
जो एसपीओ हटाए गए, आतंकी उन्हीं के इस्तीफे का प्रचार कर रहे हैं
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर में एसपीओ के इस्तीफे की खबरों को अफवाह करार दिया है। मंत्रालय के अनुसार, जम्मू-कश्मीर पुलिस का मनोबल ऊंचा है। हाशिये पर चले गए आतंकी अब हताशा में निहत्थे पुलिसकर्मियों को निशाना बना रहे हैं। गौरतलब है कि शोपियां में तीन पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद पांच-छह एसपीओ के इस्तीफे का वीडियो सामने आया है। गृहमंत्रालय ने आधिकारिक बयान में बताया है कि जम्मू-कश्मीर में एसपीओ की समय-समय पर समीक्षा की जाती है। समीक्षा के दौरान कुछ एसपीओ की सेवा को समाप्त कर दिया गया है। जिन एसपीओ की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं, आतंकी उन्हीं के इस्तीफे का प्रचार कर रहे हैैं।
गृह मंत्रालय के अनुसार जम्मू-कश्मीर पुलिस फिलहाल राज्य के पंचायत और नगरीय चुनावों की शांति और सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए सुरक्षा तैयारियों में जुटी है। गृह मंत्रालय के अनुसार अकेले शोपियां जिले में इस साल अब तक 28 आतंकी मारे जा चुके हैं। जबकि पूरे राज्य में 110 से अधिक आतंकी मारे जा चुके हैं। पिछले 20 दिनों में ही 20 से अधिक आतंकियों मार गिराया गया है।