नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार मजबूती के लगातार नए नए रिकॉर्ड बना रहा है। शेयर बाजार की इस मजबूती के कारण आज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 61 हजार अंक के स्तर को पार करने में सफल रहा है। शेयर बाजार की रफ्तार कितनी तेज रही है, इसका आकलन इस बात से भी किया जा सकता है कि सेंसेक्स ने सिर्फ 2 महीने के अंतराल में ही 55 हजार अंक से लेकर 61 हजार अंक तक का सफर तय किया है। यानी 13 अगस्त 2021 से लेकर आज 14 अक्टूबर 2021 तक की अवधि में ही सेंसेक्स ने 6 हजार अंकों की शानदार छलांग लगाई है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक 13 अगस्त को सेंसेक्स ने 54,911.95 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की थी। दिन के कारोबार में सेंसेक्स 55,487.79 अंक के स्तर तक पहुंचा और 55,437.29 अंक के स्तर पर 1.08 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ। इसके 5 दिन बाद ही 18 अगस्त को सेंसेक्स में 56 हजार अंक के ऊपर जाकर कारोबार की शुरुआत की। सेंसेक्स ने 56,073.31 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की। दिन के कारोबार में 56,118.57 अंक के स्तर तक पहुंचा, लेकिन दिन के कारोबार का अंत गिरावट का सामना करते हुए 55,629.49 अंक के स्तर पर किया।
सेंसेक्स ने मजबूती का अगला पड़ाव 31 अगस्त को हासिल किया। इस दिन ये सूचकांक 56,995.15 अंक के स्तर पर खुला, दिन के कारोबार के दौरान 57,625.26 अंक के स्तर तक पहुंचा और 1.16 फीसदी की मजबूती के साथ 57,552.39 अंक के स्तर पर दिन के कारोबार का अंत किया। इसके 3 दिन बाद ही सेंसेक्स ने 58 हजार के आंकड़े तक पहुंचने में भी सफलता हासिल कर ली। 3 सितंबर को सेंसेक्स 57,983.45 अंत के स्तर पर खुला, दिन के कारोबार के दौरान 58,194.79 अंक के स्तर तक पहुंचा और फिर 58,129.5 अंक के स्तर पर दिन के कारोबार का अंत किया।
इसके बाद 16 सितंबर को सेंसेक्स ने 59 हजार अंक के आंकड़े को छूने में सफलता पाई। सेंसेक्स इस दिन 58,881.04 अंक के स्तर पर खुला, दिन के कारोबार के दौरान 59,204.29 अंक के स्तर पर पहुंचा और 59,141.16 अंक के स्तर पर दिन के कारोबार का अंत किया। इसी तरह 24 सितंबर को सेंसेक्स ने एक बार फिर मजबूती की नई कहानी लिखते हुए 60 हजार अंक से ऊपर जाकर कारोबार की शुरुआत की। 24 सितंबर को सेंसेक्स 60,158.76 अंक के स्तर पर खुला, 60,333 अंक की ऊंचाई तक पहुंचा और अंत में 60,048.47 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
सेंसेक्स ने 55 हजार से 60 हजार अंक तक का सफर तय करने में 13 अगस्त से लेकर 24 सितंबर तक सिर्फ 42 दिन का समय ही लिया, लेकिन 60 हजार से 61 हजार अंक तक का सफर तय करने में सेंसेक्स को 20 दिन का समय लग गया। आखिर 14 अक्टूबर को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सूचकांक ने 61 हजार के नए मुकाम को हासिल कर ही लिया।
इस साल अगर सेंसेक्स के क्रमिक विकास पर नजर डाली जाए, तो 21 जनवरी को 50 हजार अंक का स्तर पाने के बाद फरवरी के महीने में 5 तारीख को सेंसेक्स 51 हजार अंक के स्तर तक पहुंचा। इसके 10 दिन बाद ही 15 फरवरी को सेंसेक्स एक और उपलब्धि हासिल करते हुए 52 हजार अंक तक की छलांग लगाने में सफल रहा। लेकिन इसके बाद अगले एक हजार अंक तक का सफर तय करने में सेंसेक्स को सवा चार महीने का समय लग गया। 22 जून को सेंसेक्स 53 हजार अंक के स्तर तक पहुंचा।
सेंसेक्स के लिए जुलाई का महीना भी उतार-चढ़ाव वाला बना रहा। जिसकी वजह से 54 हजार अंक का स्तर हासिल करने के लिए सेंसेक्स को अगस्त तक का इंतजार करना पड़ा। अगस्त का महीना भारतीय शेयर बाजार के लिए शानदार तेजी का महीना साबित हुआ। जुलाई के महीने में आए शानदार आर्थिक नतीजों और पॉजिटिव ग्लोबल संकेतों की वजह से अगस्त की शुरुआत से ही सेंसेक्स ने लगातार नई ऊंचाइयों को हासिल करने में सफलता अर्जित की।
सेंसेक्स 4 अगस्त को 54 हजार अंक के स्तर तक पहुंचा। इसके 9 दिन बाद ही 13 अगस्त को ये सूचकांक 55 हजार अंक के स्तर पर पहुंच गया। और इसके बाद अगले दो महीने में ही सेंसेक्स ने 55 से 61 हजार अंक तक का सफर तय कर लिया।
जानकारों के मुताबिक 2021 में शेयर बाजार की तेजी को सेंसेक्स की छलांग से आसानी से समझा जा सकता है। 2021 में शेयर बाजार लगातार छलांग लगाते हुए आगे बढ़ा है। इसके पहले शेयर बाजार में ऐसी तेज रफ्तार कभी नहीं देखी गई। आंकड़ों के मुताबिक सेंसेक्स ने 6 फरवरी 2006 को पहली बार 10 हजार अंक के आंकड़े को छुआ था। इसके बाद 20 हजार अंक के आंकड़े तक पहुंचने में सेंसेक्स ने 1 साल 8 महीने का समय लिया। 29 अक्टूबर 2007 को सेंसेक्स 20 हजार अंक के आंकड़े पर पहुंचा, लेकिन 2008 में आई मंदी ने शेयर बाजार को बुरी तरह से ध्वस्त कर दिया। जिसके कारण 30 हजार का आंकड़ा हासिल करने में शेयर बाजार को 7 साल से अधिक का समय लग गया।
चार मार्च 2015 को सेंसेक्स 30 हजार अंक तक पहुंचने में सफल हुआ। इसके 4 साल बाद 23 मई 2019 को सेंसेक्स 40 हजार रन के आंकड़े पर पहुंचा। 2020 में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के पहले चरण के दौरान शेयर बाजार बुरी तरह से डगमगा गया, जिसके कारण सेंसेक्स में भी जोरदार गिरावट दर्ज की गई। लेकिन जैसे-जैसे कोरोना संक्रमण पर काबू पाया गया और आर्थिक गतिविधियां जैसे जैसे तेज हुईं, वैसे वैसे शेयर बाजार में भी तेजी बढ़ती गई। जिसका असर सेंसेक्स की चाल पर भी नजर आया। इसी तेज चाल की बदौलत 21 जनवरी 2021 को सेंसेक्स 50 हजार अंक के आंकड़े तक पहुंचने में सफल रहा। सेंसेक्स की ये गति 2021 में काफी तेज हो गई और 9 महीने 14 दिन में ही सेंसेक्स 50 से बढ़कर 61 हजार अंक तक पहुंच गया।
जाहिर है कि शेयर बाजार काफी तेज रफ्तार से आगे बढ़ रहा है, लेकिन इस रफ्तार में निवेशकों को सतर्क भी रहना चाहिए, क्योंकि कई विशेषज्ञ इस शानदार तेजी के बाद बाजार में जोरदार मुनाफावसूली और करेक्शन की आशंका भी जता चुके हैं। इसलिए छोटे निवेशकों को अभी काफी सतर्क होकर अपनी निवेश योजना बनानी चाहिए, ताकि करेक्शन होने की स्थिति में उन्हें किसी नुकसान का सामना ना करना पड़े।