लखनऊ। किसानों पर जिस तरह बीजेपी नेताओं ने क्रूरतम अत्याचार किया उसकी कड़ी भर्त्सना की जानी चाहिए और राक्षसी प्रवृत्ति के इन फासिस्ट नेताओं के विरुद्ध क़ानून प्रदन्त कठोरतम कार्यवाही होनी ही चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी को चाहिए कि वह अपने मंत्रीमंडल से उक्त मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करें जिसका उग्र भाषण उत्तेजना का कारण बना। उक्त मंत्री ने अपने भाषण में उग्रता नही दिखाई होती तो शायद यह वीभत्स घटना होती ही नहीं। उक्त बातें उप्र कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रवक्ता अमित गुरु ने अपने बयान में कहीं!
उन्होंने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि अहिँसा के पुजारी महात्मा गांधी के जन्मदिन के ऐन एक दिन बाद कि यह घटना इस बात को भी साबित करती है कि भाजपा के लोग गांधी के विचारों से तनिक भी इत्तफाक नही रखते! कांग्रेस का कार्यकर्ता गोड़सेवादियों की मंशा को कभी सफल नही होने देगा!
गुरु ने कहा कि कांग्रेस पार्टी शुरू से ही किसानों की जायज मांग के साथ खड़ी है,और रहेगी। लखीमपुर खीरी जा रहीं हमारी नेता प्रियंका गांधी जी को सीतापुर में गिरफ्तार कर लेना लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है। श्रीमती प्रियंका गांधी के नेतृत्व में उप्र कांग्रेस का एक एक कार्यकर्ता किसानों के अधिकार की लड़ाई उसे पा लेने तक जारी रखेगा!
गुरु ने कहा कि आरोपियों को तुरंत गिरफ्तारी,मंत्री की बर्खास्तगी और मारे गए किसानों को न्याय देना सरकार की जिम्मेदारी है।
गुरु ने प्रधानमंत्री मोदी को कटघरे में लेते हुए यहां तक कह दिया कि खुद को प्रधानसेवक कहने वाले प्रधानमंत्री अपने कुर्सी के साथ न्याय भी नही कर पा रहे। शुरू से ही किसानों के मुद्दे उन्होंने नजरअंदाज किया जिसके परिणामस्वरूप ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं! सरकार को तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने में अब देर नही करनी चाहिए।