लखनऊ। लखनऊ के शिवालयों में भगवान शिव के प्रिय भांग-धतूरा चढ़ाने वाले श्रद्धालुओं के लिये सावन माह राहत लेकर आया है। सावन माह में जहां एक ओर शिवलिंग पर चढ़ाये जाने वाले भांग-धतूरे की मांग बढ़ी है, वहीं उसे दाम घट गये है।
कोरोना संक्रमण काल से गुजरे दो वर्षो के बाद सावन माह में शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। कोरोना के कारण मंदिरों के पट बंद रहने से फूल-माला और पूजन सामग्री का व्यापार पूरी तरह से प्रभावित हुआ है। भांग और धतूरे के दाम पर भी असर पड़ा है। फूल मंडी में 100 रुपये प्रति किलो तक बिकने वाली भांग और ढाई सौ रुपये प्रति किलो तक बिक जाने वाले धतूरा के दाम घटे हुये हैं।
सावन माह में फूल मंडी में भांग 50 रुपये प्रति किलो और धतूरा सौ रुपये प्रति किलो के रेट से बिक रहा है। एक दुकानदार ने बताया कि भगवान को शिव को भाने वाले मदार, बेलपत्र, भांग, धतूरा जैसे अन्य सामग्रियों को किलो के भाव से खरीदते हैं और फुटकर में बेचते हैं। श्रद्धालुओं के मांगने पर भांग और धतूरा को फूलों की डलिया में सजाकर दिया जाता है। श्रद्धालु की अलग से भांग-धतूरा मांगने पर उसे अलग-अलग दर पर बेचा जाता है। इसमें भांग को पांच रुपये में चार मोरा और धतूरे को दो रुपये में एक बेचते हैं।
मनकामेश्वर मंदिर के बाहर माला फूल बेचने वाले मनोज के अनुसार कोरोना के समय मंदिरों के कपाट बंद हो गये थे और जिससे माला-फूल के व्यापार पर व्यापक असर पड़ा। ज्यादातर माला-फूल बेचने वाले बेरोजगार हो गये और उन्हें दूसरे काम करने पड़े। यह सावन फूल दुकानदारों के लिये खुशहाली लेकर आया है। जनजीवन पटरी पर लौट आया है। अभी फूल, माला, भांग, धतूरा, बेलपत्र के दाम बढ़ाने की स्थिति नहीं है, जैसे बाजार चल रहा है चलाया जा रहा है।