रियाद। दुनिया की सबसे बड़ी तेल उत्पादक कंपनी सऊदी अरामको का डेटा चोरी हो गया है। हैकर्स कंपनी से 5 करोड़ डॉलर यानी करीब 372 करोड़ रुपए क्रिप्टोकरेंसी में फिरौती मांग रहा है। कंपनी का कहना है कि उनके किसी ठेकेदार के जरिए डेटा लीक हुआ है। हालांकि कंपनी का दावा है कि डेटा हमारे सिस्टम से चोरी नहीं हुआ। हमारे संचालन पर भी इस लीक का प्रभाव नहीं पड़ा है, क्योंकि हमारी सिक्योरिटी ठीक है।
एक टेराबाइट डेटा चोरी: कंपनी का एक टेराबाइट यानी एक हजार गीगाबाइट साइज का डेटा चोरी हुआ है। डार्कनेट पर इसकी जानकारी दी है। हैकर्स ने कहा है कि पांच करोड़ डॉलर के बदले में ये डेटा डिलीट कर देंगे। कंपनी ने यह नहीं बताया कि किस ठेकेदार के जरिए डेटा चोरी हुआ।
दुनिया में हाल में हुए बड़े साइबर हमले
- दुनिया की सबसे बड़ी मीट प्रोसेसिंग कंपनी जेबीएस का कंप्यूटर नेटवर्क 30 मई, 2021 को हैक। 11 मिलियन डॉलर के बराबर का बिटकॉइन भुगतान करना पड़ा।
- मई में कोलोनियल पाइपलाइन कंपनी पर साइबर अटैक कर 100 जीबी डेटा चोरी किया। फिरौती के रूप में कंपनी को 4.4 मिलियन डॉलर देने पड़े। इस साल दो बार हैक हो चुका है।
- अमरीकी आइटी फर्म सोलर विंड्स को हैक कर उसका दुरुपयोग अमरीकी सरकार के बड़े विभागों पर जासूसी के लिए किया।
- 21 मार्च, 2021 को ताइवानी कंप्यूटर कंपनी एसर पर साइबर अटैक हुआ। सबसे बड़ी फिरौती 50 मिलियन डॉलर की मांग की।
- 9 अप्रेल, 2021 को लिंक्डइन का 500 मिलियन एक्टिव यूजर्स का डेटा लीक कर दिया। दोबारा जुलाई में 700 मिलियन यूजर्स का डेटा लीक होने की खबर छपी।