नई दिल्ली। तीसरे और आखिरी वनडे मैच में श्रीलंका की टीम ने भारत को 3 विकेट से हरा दिया। हालांकि इस सीरीज में भारत ने पहले ही 2 मैच लगातार जीतकर सीरीज पर कब्जा जमा लिया था। इस सीरीजी में शिखर धवन कप्तानी कर रहे थे। बतौर कप्तानी धवन ने अपने पहले ही सीरीज में जीत दर्ज की। कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 43।1 ओवर में 225 रन पर सिमट गई। बर्षा से बाधित इस मैच में डीएलएस नियम के तहत श्रीलंकाई टीम को 47 ओवर में 227 रनों का लक्ष्य मिला।
227 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंकाई टीम को पहला झटका मिनोद भानुका के तौर पर बहुत जल्द लगा। वह सात रन के निजी स्कोर पर पवेलियन लौट गए। जिस समय भानुका आउट हुए उस वक्त श्रीलंकाई टीम का स्कोर 35 रन था। वह कृष्णप्पा गौतम के शिकार बने। इसके बाद अविष्का फर्नांडो और भानुका राजपक्षा ने संयमित अंदाज में पारी को आगे बढ़ाया। दोनों ने मिलकर दूसरे विकेट के लिए 109 रनों की पारी खेली। राजपक्षा ने 56 गेंदों की पारी में शानदार 65 रन बनाए जिसमें 12 चौके जड़े।
राजपक्षा को चेतन सकारिया ने अपना शिकार बनाया। चेतन अपना पहला मैच वनडे मैच खेल रहे थे। इसके बाद धनंजय डि सिल्वा ने दो रन जबकि चरित असालंका ने 24 रन और कप्तान दासुन शनाका बिना खाता खोले जल्दी जल्दी पवेलियन लौट गए। एक तरफ से खिलाड़ी लगातार आ रहे थे और पवेलियन लौट रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ फर्नांडो जमे रहे और रनों की गति को भी धीरे-धीरे बढ़ाते रहे। उन्होंने चरित के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 43 रन बनाए।
राहुल चाहर ने ओपनर फर्नांडो को पृथ्वी शॉ के हाथों कैच करा कर मैच में वापसी की उम्मीद जगाई। लेकिन तब तक टीम का स्कोर 214 रन पहुंच चुका था। फर्नांडो ने 98 गेंदों का सामना किया और अपनी पारी में 4 चौके और एक छक्के जड़े। भारत के लिए स्पिनर राहुल चाहर ने तीन विकेट झटके जबकि युवा तेज गेंदबाज चेतन सकारिया ने खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा। वहीं कृष्णप्पा गौतम और हार्दिक पंड्या ने 1-1 विकेट झटके।