प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को ‘स्वच्छता ही सेवा आंदोलन’ की शुरुआत करेंगे. प्रधानमंत्री वीडियो कांफ्रेंस के जरिये मध्य प्रदेशके राजगढ़ में कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे. इस अभियान का हिस्सा बनने और स्वच्छ भारत मिशन को कामयाब बनाने के लिए पीएम मोदी करीब 2 हजार नागरिकों को खुद पत्र लिख चुके हैं.
-मैं गंगा तट पर बसे हर भाई-बहन से एक आग्रह करना चाहता हूं. क्या आप सभी इस स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े के दौरान मिलकर गंगा सफाई के लिए श्रमदान कर सकते हैं? मैं जानता हूं कि बिजनौर के स्वच्छाग्रहियों की तरह ही अनेक भाई-बहन बरसों से इस सेवा में जुटे हैं: PM
-गंगा हमारी संस्कृति है, विरासत है, पहचान है. मां गंगे के प्रति समर्पण और सम्मान गंगोत्री से गंगा सागर तक ना सिर्फ दिखना चाहिए, बल्कि उसे कष्ट देने की मानसिकता को दिमाग से निकालना भी चाहिए: PM
-मैं आप सभी साथियों के इस प्रयास को नमन करता हूं. मां गंगा की सेवा का ये पुण्य जो आप कर रहे हैं, उसका लाभ देश को होने वाला है. गंगा किनारे बसे गांवों में खुले में शौच से मुक्ति मां गंगा की निर्मलता के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव है: PM
-मैं योगी जी को बधाई देता हूं कि वो गांव-गांव में साफ सफाई के अभियान से लंबे समय से जुड़े हुए हैं. पहले गोरक्षपीठ के मुखिया के नाते, जनप्रतिनिधि के तौर पर और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में आपका प्रयास दिख रहा है: मोदी
-राजगढ़ के जन-जन को बहुत-बहुत बधाई. आप लोगों ने अपने क्षेत्र में Gobar-dhan योजना पर गंभीरता से काम किया है: पीएम
-छत्तीसगढ़ के आदिवासी समुदाय की जागृति ने पीएम को बताया कि कैसे स्वच्छता अभियान से प्रभावित होकर शौचालय निर्माण के साथ-साथ पूरे गांव की स्वच्छता के लिए प्रयास किया. पीएम ने सभी स्वच्छाग्रहियों को धन्यवाद दिया और कहा कि आपने देश की महिलाओं का जीवन आसान बनाया.
-सच में स्वच्छता के लिए सेवा, ईश्वर की सेवा के समान है बल्कि हमारा तो पारंपरिक और सांस्कृतिक संदेश भी यही रहा है
-“सीमा पर दुश्मनों से मोर्चा लेना हो, बाढ़ के संकट से निपटना हो, हर बार आपने देश को ऊपर रखा है. अब स्वच्छता के लिए आपका ये योगदान भी देश को गौरवान्वित कर रहा है”: पीएम
-सबसे पहले तो ITBP के मेरे सभी बहादुर साथियों को मेरा नमन. आप सभी के बारे में जितना भी कहा जाए उतना कम है. देश को आपकी, सेना के जवानों की जहां भी ज़रूरत पड़ती है आप सबसे पहले हाज़िर रहते हैं: पीएम
-रतन टाटा ने पीएम मोदी को स्वच्छता अभियान की शुरुआत के लिए साधुवाद दिया. साथ ही उन्होंने इस अभियान को बढ़ाने की दिशा में अपने योगदान का जिक्र किया तथा बताया कि आने वाले समय में वे इस दिशा में नई तकनीक का भी इस्तेमाल करेंगे.
-स्वच्छता अभियान में टाटा ट्रस्ट ने बड़ा योगदान दिया है- पीएम मोदी
-मैं चार साल पहले स्वच्छता के कार्यक्रम से जुड़ा है, मैंने व्यक्तिगत रूप से काम किया- बच्चन
-हमें इस बात का संतोष होना चाहिए कि स्वच्छ भारत अभियान के चलते डायरिया के मामलों में बहुत कमी आई है: पीएम
-अभिनेता अमिताभ बच्चन से पीएम मोदी से बात की
-सिर्फ शौचालय बनाने भर से भारत स्वच्छ हो जाएगा, ऐसा नहीं है. टॉयलेट की सुविधा देना, कूड़ेदान की सुविधा देना, कूड़े के निस्तारण का प्रबंध करना, ये सभी सिर्फ माध्यम हैं: मोदी
-क्या किसी ने कल्पना की थी कि 4 वर्षों में 20 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश खुले में शौच से मुक्त हो जाएंगे?: पीएम
-पीएम बोले-स्वच्छता कार्यक्रम महात्मा गांधी के सपने को पूरा करेगा
पीएम मोदी ने शनिवार सुबह ट्वीट कर कार्यक्रम की जानकारी साझा की. उन्होंने लिखा, ‘हम ऐतिहासिक स्वच्छता ही सेवा आंदोलन की शुरुआत करने जा रहे हैं, जो बापू के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने की दिशा में एक प्रयास होगा.’ इससे पहले पीएम मोदी ने इस आंदोलन को दो अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि बताया है.
मुहिम को सफल बनाने के लिए उन्होंने सभी राज्यों के राज्यपाल, उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा है. साथ ही समाज के दूसरे सम्मानित व्यक्तियों और जजों से भी पीएम मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन के लिए समर्थन मांगा है.
इस पत्र में पीएम मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन की अब तक की सफलता के आंकड़े भी बताए हैं. उन्होंने पत्र में बताया है कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत पिछले चार साल में 8.5 करोड़ शौचालय बनाए गए हैं. जिसके बाद मौजूदा वक्त में 90 फीसदी से ज्यादा भारतीय शौचालय का इस्तेमाल कर पाते हैं, जबकि 2014 में 40 फीसदी से भी कम लोग शौचालय का उपयोग कर रहे थे. उन्होंने यह भी बताया कि 4.25 लाख गांव, 430 जिले, 2800 शहर और 19 राज्य व संघशासित राज्य खुले में शौच मुक्त हो गए हैं.
बता दें कि इससे पहले पीएम मोदी ने ट्वीट कर बताया था, ’15 सितम्बर को सुबह 9.30 बजे हम एक साथ आएंगे और ‘स्वच्छता ही सेवा आंदोलन’ की शुरुआत करेंगे.’ उन्होंने कहा था कि मैं उन लोगों के साथ बातचीत करना चाहता हूं जिन्होंने स्वच्छ भारत मिशन को मजबूत करने के लिए जमीन पर दृढ़ता से काम किया है.
उन्होंने कहा कि विश्व स्वस्थ्य संगठन ने शौचालय के उपयोग से 3 लाख मासूमों का जीवन बचने की संभावना जताई है. मोदी ने कहा कि 15 सितंबर से 2 अक्टूबर तक बहुत ही विशाल स्तर पर ‘स्वच्छता ही सेवा’ कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा.