मुंबई । विदेशों से मिले नकारात्मक संकेतों के बीच बैंकिंग, वित्त, ऑटो और धातु समूहों की कंपनियों में बिकवाली से सेंसेक्स और निफ्टी आज एक प्रतिशत से ज्यादा लुढ़ककर एक सप्ताह से अधिक के निचले स्तर पर आ गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 586.66 अंक यानी 1.10 प्रतिशत टूटकर 52,553.40 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 171 अंक यानी 1.07 फीसदी की गिरावट के साथ 15,752.40 अंक पर आ गया। यह दोनों सूचकांकों का 12 जुलाई के बाद का निचला स्तर है।
विदेशी बाजारों में गिरावट के अलावा रुपये पर बने दबाव से भी घरेलू शेयर बाजारों में निवेश धारणा प्रभावित हुई। वित्त, बैंकिंग, धातु और ऑटो समूहों की कंपनियों पर सबसे ज्यादा दबाव रहा। बड़ी कंपनियों की तुलना में मझौली और छोटी कंपनियों पर कम दबाव रहा। बीएसई मिडकैप 0.58 फीसदी लुढ़ककर 22,995.84 अंक पर और स्मॉलकैप 0.31 प्रतिशत नीचे 26,381.08 अंक पर आ गया।
सेंसेक्स की 30 में से 26 कंपनियों के शेयर लाल निशान में बंद हुये। एचडीएफसी बैंक का शेयर 3.34 प्रतिशत टूट गया। इंडसइंड बैंक का शेयर 2.78 फीसदी, एचडीएफसी का 2.15 फीसदी और एक्सिस बैंक का 2.07 फीसदी लुढ़का। मारुति सुजुकी में 1.89 प्रतिशत, बजाज फाइनेंस में 1.86 प्रतिशत और कोटक महिंद्रा बैंक में 1.64 प्रतिशत की गिरावट रही। एनटीपीसी का शेयर सबसे अधिक 1.89 फीसदी मजबूत हुआ।
विदेशी बाजारों में भी गिरावट रही। हांगकांग का हैंगसेंग 1.84 फीसदी, जापान का निक्केई 1.25 फीसदी, दक्षिण कोरिया का कोस्पी एक फीसदी और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.01 फीसदी टूटकर बंद हुआ। यूरोपीय बाजार भी लाल रहे। शुरुआती कारोबार में ब्रिटेन का एफटीएसई 2.07 प्रतिशत और जर्मनी का डैक्स 2.01 प्रतिशत लुढ़क गया।