कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए केंद्रीय विद्यालय सहित देश के ज्यादातर स्कूलों में इस बार तय समय से पहले ही गर्मी की छुट्टियां घोषित होनी शुरू हो गई हैं। हालांकि फिजिकल तौर पर संक्रमण के खतरे को देखते हुए यह स्कूल पहले ही बंद कर दिए गए थे, लेकिन आनलाइन पढ़ाई जारी रखी गई थी। जिसके लिए शिक्षकों को हर दिन स्कूल आना होता था। फिलहाल स्कूलों में हर साल गर्मी की छुट्टियां 15 मई के बाद शुरू होती थी, लेकिन स्थिति को देखते हुए इस बार पहले ही घोषित किया जा रहा है।
केंद्रीय विद्यालय संगठन ने तीन मई से स्कूल बंद करने का किया ऐलान
इस बीच स्कूलों का सबसे बड़ा संगठन केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) ने अपने देश भर के स्कूलों में तीन मई से गर्मी की छुट्टियां का एलान कर दिया है। फिलहाल इन स्कूलों में हर बार यह छुट्टियां 15 मई के बाद होती थी। संगठन ने यह फैसला कोरोना संकटकाल में छात्रों-शिक्षकों को तनाव से राहत देने के लिए किया है। अब यह स्कूल 21 जून के बाद खोले जाएंगे। यानी इन स्कूलों में अब कोई भी शैक्षणिक गतिविधियां 21 जून के बाद ही शुरू होगी।
प्रस्तावित बोर्ड परीक्षाएं स्थगित या फिर रद्द
वैसे भी दो मई से प्रस्तावित बोर्ड परीक्षाएं स्थगित या फिर रद हो गई हैं। साथ ही इसे लेकर कोई भी फैसला एक जून के बाद स्थिति को देखते हुए लिया जाएगा। हालांकि इसका एलान करते हुए सीबीएसई ने स्पष्ट किया था, कि बारहवीं की स्थगित बोर्ड परीक्षाओं का जब भी एलान होगा, तो उसके बाद भी छात्रों को कम से कम पंद्रह दिन का समय दिया जाएगा। इसके तहत एक जून को कोई निर्णय होता भी है, तब भी इनकी नई तारीखें 15 जून के बाद की ही होगी।
दिल्ली, मप्र सहित कई राज्यों में पहले ही घोषित हो चुकीं है छुट्टियां
खास बात यह है कि केंद्रीय विद्यालय संगठन के इस फैसले से पहले ही दिल्ली और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में पहले ही गर्मी की छुट्टियां घोषित की जा चुकी हैं। इन राज्यों में इसका एलान 15 से 20 अप्रैल के बीच स्थिति को देखते हुए किया गया है। वैसे भी कोरोना संक्रमण की फिलहाल जो स्थिति है, उसमें ज्यादातर छात्रों व शिक्षकों के परिजन इससे पीडि़त हैं। ऐसे में आनलाइन पढ़ाई को लेकर उन पर तनाव भी हावी हो रहा था। माना जा रहा है कि इस फैसले से अब वह निश्चिंत होकर अपनों के बीच समय व्यतीत कर सकेंगे।